West Champaran: कोरोना (Corona) काल में जाली नोटों की तस्करी बढ़ती जा रही है. इंडो नेपाल (Indo Nepal) की खुली सीमा पर आईएसआई (ISI) कनेक्शन से भी इसके तार जुड़े होने की संभावना जताई जा रही है. वहीं, बिहार के पश्चिम चंपारण जिला से सटा नेपाल का इलाका जाली नोटों के कारोबार का सेफ जोन बन गया है.


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यह मामला इंडो नेपाल सीमा से सटे सिकटा इलाके का है जहां मनीष नामक कारोबारी को रंगे हाथ एसएसबी (SSB) और जिला पुलिस बल ने धर दबोचा है. साथ हीं, बताया जा रहा है कि नरकटियागंज अनुमंडल क्षेत्र स्थित एसएसबी 47वीं बटालियन के जवान और सिकटा पुलिस ने गुप्त सूचना मिली. वहीं, संयुक्त छापेमारी के दौरान नेपाल के तरफ से आ रहे एक तस्कर मनीष कुमार को गिरफ्तार किया है.


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इधर, मनीष कुमार मझौलिया थाना क्षेत्र निवासी है जिसे 65 हजार रूपए भारतीय करेंसी के जाली नोट के साथ सिकटा थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया है. इसकी पुष्टि सिकटा थानाध्यक्ष ने करते हुए बताया की गिरफ्तार तस्कर के पास से 65 हजार का जाली नोट जो भारतीय करेंसी है. इसके साथ हीं, एक अपाची बाईक और एक मोबाईल भी बरामद किया गया है. 


इस संबंध में गिरफ्तार तस्कर से एसपी बेतिया उपेंद्र नाथ वर्मा पूछताछ कर उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेजने की कवायद में जुटे हैं. बता दें कि नेपाल सीमा से सटे सोनौली, वाल्मीकीनगर, सिकटा और इनारवां का इलाका इसका सेफ जोन बन गया है. जहां मझौलिया, बैरिया नौतन और सीमावर्ती यूपी के कुशीनगर समेत बगहा और बेतिया से कई संदिग्ध और सफ़द पोश लोगों का ऐसे कारोबारियों को संरक्षण मिलने की आशंका जताई जा रही है. 
ऐसे में बॉर्डर पर आवाजाही समेत ऐसे संदिग्ध लोगों पर नकेल कसने में जुटी एसएसबी और जिला पुलिस प्रशासन के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है.


(इनपुट-इमरान अज़ीज)