नेहा कुमारी, पटना: चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने रविवार को जेडीयू (JDU) से अलग होने का फैसला कर लिया. एलजेपी, बीजेपी (BJP) के साथ तो बनी रहेगी लेकिन जेडीयू से पार्टी ने गठबंधन तोड़ लिया है. चिराग पासवान काफी लंबे समय से नीतीश कुमार के कार्यों की आलोचना करते रहे हैं. अब चिराग पासवान ने बिहार के सीएम नीतीश कुमार पर सीधा हमला बोला है और नीतीश के नेतृत्व को नकारने के बाद खुला पत्र लिखा है. 


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बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट एक सोच
चिराग पासवान ने अपने पत्र में लिखा है कि मैं पापा का अंश हूं और किसी भी परिस्थिति में हार नहीं मानूंगा और ना ही किसी भी कीमत पर 'बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट' की सोच को मिटने दूंगा. यह फैसला बिहार पर राज करने के लिए नहीं बल्कि नाज करने के लिए लिया गया है. 



पापा ने कहा...
चिराग पासवान ने अपने पत्र में पिता रामविलास पासवान की चर्चा की है. उन्होंने लिखा, 'पापा ने मुझे हमेशा कहा है कि कभी भी अकेले चलने से मत घबराना, अगर रास्ता और मकसद ठीक होगा तो लाखों लोग तुम्हारे साथ आएंगे. पापा-मम्मी और आप सभी के आशीर्वाद से अभी लम्बा सफर तय करना है अभी और अनुभव लेना है. 


बिहार के इतिहस का निर्णायक क्षण
उन्होंने जेडीयू से अलग होने के फैसले को बिहार के इतिहास का सबसे निर्णायक क्षण बताया है. उन्होंने कहा कि यह 12 करोड़ बिहारियों के जीवन मनण का प्रश्न है क्योंकि हमारे पास खोने के लिए और समय नहीं है. जेडीयू के प्रत्याशी को दिया गया एक भी वोट कल आपके बच्चे को पलायन करने पर मजबूर करेगा.


हम लड़ेंगे और जीतेंगे
चिराग पासवान इन दिनों बेहद आक्रामक मोड में नजर आ रहा है. उन्होंने साफ-साफ कहा है कि लोक जनशक्ति पार्टी की राह आसान नहीं है लेकिन हम लड़ेंगे और जीतेंगे भी. मुझे आशा है कि मेरी ईमानदारी, मेहनत, निष्ठा व संकल्प को देख आप सभी अपना आशीर्वाद लोक जनशक्ति पार्टी के प्रत्याशियों को देंगे ताकि बिहार को फर्स्ट बनाया जा सके. 


कार्यकर्ताओं से की अपील
मैं पार्टी के सभी नेता व कार्यकर्ताओं से अपील करता हूं कि पार्टी के साथ मजबूती से खड़े रहें और पार्टी के सिंबल पर लड़ रहे उम्मीदवार को जिताने में पूरी ताकत झोक दें.