पटना: बिहार में कैबिनेट की बैठक खत्म हुई. कोरोना संकट में सरकारी खजाने को स्थिर रखने के लिए सरकार ने कई बड़े फैसले लिए. डीजल पेट्रोल पर लगने वाले वैट में इजाफा कर दिया गया है. वैट कलेक्शन में वृद्धि का लक्ष्य रखा है. इसके साथ ही पेट्रोल पर 26 फीसदी या 16.65 रुपए प्रति लीटर वसूला जाएगा.


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कैबिनेट बैठक में डीजल बिक्री पर 19 फीसदी या 12.33 रुपए प्रति लीटर की वसूली की जाएगी. दोनों में जो अधिकतम होगी वही राशि वसूली जाएगी. बताया जा रहा है कि डीजल और पेट्रोल के कीमत में कमी होने पर भी राजस्व उगाही में कोई कमी नहीं आएगी.


इसके अलावा कैबिनेट बैठक में पटना को डूबने से बचाने की कवायद भी शुरू कर दी गई है. बुडको को 70.42 लाख रुपए खर्च करने की स्वीकृति भी दे दी गई है. पटना नगर निगम में संप हाउस के संचालन पर खर्च होगी और खराब पड़े पंप को बदला जाएगा.


साथ ही कैबिनेट बैठक में इस बात पर भी चर्चा की गई कि बेगूसराय के मटिहानी, बरौनी और बेगूसराय प्रखंड में अर्सेनिक प्रभावित 111 गांव टोलों में शुद्ध जल पर 253 करोड़ की राशि खर्च की जाएगी.


बैठक में इस बात पर भी फैसला लिया गया कि शिक्षकों और कर्मियों के लिए बनी जिला अपीलीय प्राधिकार में 59 पीठासीन पदाधिकारी की तैनाती होगी. 31 जुलाई 2020 तक इनकी तैनाती की गई. 


पशुपालन विभाग में मत्स्य विज्ञान में पास उम्मीदवारों को वेटेज भी दी जाएगी. भागलपुर के कहलगांव और पीरपैंती ब्लॉक के 141 गांव टोले में शुद्ध पानी के लिए 267 करोड़ रुपए की राशि दी गई है.