पटना : बिहार की राजधानी पटना और उसके आसपास के क्षेत्रों में घूमने के लिए बहुत सारी जगहें हैं, लेकिन सीधी पहुंच नहीं होने के कारण पर्यटक उन जगहों पर नहीं जा पाते हैं. पर्यटन विभाग अब इस समस्या को दूर करने जा रहा है. पटना दर्शन नाम से एक ट्रैवलर गाड़ी की जल्द ही शुरुआत होने जा रही है, जिसके जरिए सैलानी पटना के ऐतिहासिक, धार्मिक स्थलों का दर्शन कर सकेंगे. इसके साथ ही राजगीर में बन रहे नए रोपवे को भी जल्द ही तैयार कर दिया जाएगा.


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महावीर मंदिर, बिहार म्यूजियम, गांधी मैदान, गोलघर, पटना सिटी स्थित तख्त श्री हरि मंदिर जी, शीतला माता मंदिर सहित ऐसे कई जगह हैं जो पटना के धरोहर हैं, लेकिन पर्यटक अगर इन जगहों पर घूमना चाहें तो उनके लिए यहां जाना मुश्किल होता है.


देर से ही सही पर्यटन विभाग ने अब सैलानियों की सुध ली है. पटना दर्शन नाम से एक ट्रैवलर बस का उद्घाटन अगले कुछ दिनों में किया जाएगा. यह बस अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है. सैलानी पटना के महत्वपूर्ण स्थलों का दर्शन कर सकेंगे. बिहार सरकार में पर्यटन मंत्री कृष्ण कुमार ऋषि के मुताबिक, बेहद ही कम दिनों में इस बस सेवा का उद्घाटन कर दिया जाएगा. इसके साथ ही बिहार में दूसरे ऐतिहासिक और तीर्थ स्थलों पर काम चल रहा है.


नालंदा के राजगीर में काफी संख्या में सैलानी आते हैं और ऊंची पहाड़ी पर चढ़कर इसका दीदार करना हर सैलानियों की चाहत है. राजगीर में अभी एक रोप-वे है, लेकिन पुराने होने के कारण यहां दूसरा रोप-वे तैयार किया जा रहा है. जल्द ही आठ सीटों वाले इस रोप-वे की शुरुआत हो जाएगी. काफी पहले से ही रोप-वे का निर्माण कार्य चल रहा है. बिहार सरकार का दावा है कि रामायण सर्किट, सूफी सर्किट सहित दूसरे तीर्थ स्थलों को जल्द ही तैयार कर लिया जाएगा.


बिहार में धार्मिक और ऐतिहासिक स्थल के लिहाज से काफी संख्या में पर्यटक स्थल हैं. यहां जापान, श्रीलंका, बर्मा, थाइलैंड सहित दूसरे देशों के सैलानी घूमने आते हैं. ऐसे में अगर बुनियादी सुविधाओं को मजबूत किया जाएगा तो बिहार पर्यटकों की पहली पसंद भी बन सकता है. पर्यटन विभाग के मुताबिक, घरेलू पर्यटन के लिहाज से पूरे भारत में बिहार में 13वें जबकि विदेशी पर्यटकों के लिहाज से 8वें स्थान पर आता है. बिहार में पिछले साल घरेलू पर्यटकों की संख्या में 24 फीसदी जबकि विदेशी पर्यटकों की संख्या में 11 फीसदी का इजाफा हुआ है.


बिहार सरकार ने पर्यटन विभाग के लिए 13 हजार से करोड़ से ज्यादा रुपए आवंटित किए हैं. पर्यटक भी मानते हैं कि बिहार में धार्मिक पर्यटन की संभावनाएं है, लेकिन सरकार को ईमानदार पहल की जरूरत है.


एक तरफ जहां पर्यटन विभाग जहां पटना दर्शन की सुविधा दे रहा है वहीं, दूसरी तरफ नवादा के ककोलत और बांका के मंदार पर्वत सहित दूसरे जगहों पर बुनियादी सुविधाओं की भारी कमी है. लिहाजा सरकार को इस पर ध्यान देने की जरूरत है, ताकि सरकार को पर्यटन से भी अच्छी खासी कमाई हो सके.