Patna: कोरोना (Corona) की दूसरी लहर की वजह से पूरे देश में रोज़ रिकॉर्ड मामले सामने आ रहे है. इसी बीच बिहार सरकार (Bihar Sarkar) ने भी कोरोना को लेकर सर्वदलीय बैठक बुलाई थी. जिसमे उन्होंने कोरोना के कहर को रोकने के लिए सबसे अपने विचार रखने को कहा था. इस बैठक के दौरान राज्यपाल फागू चौहान ने भी अपने विचार रखे. इस दौरान वो इस बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे. 

 

मिलकर करना होगा प्रयास 

 

राज्यपाल फागू चौहान ने कहा कि, 'कोरोना संकट की यह दूसरी लहर काफी गंभीर और भयावह है. यह संपूर्ण मानवता के लिए संकट की घड़ी है. हमें एक दूसरे की आलोचना में बिना समय गंवाये आपसी एकजुटता के साथ आज इस संकट से उबरना है.  मानवता आज दहशत में है. इस संकट से निबटने के लिए हम सब को सामूहिक प्रयास करने होंगे. हमें विश्वास है कि जनसहभागिता और सभी जन-प्रतिनिधियों के सहयोग प्राप्त करते हुए कोरोना-संक्रमण से उबरने में हम कामयाब होंगे.  

 


 

 

गंभीर चुनौतियों को अवसर में बदला 2020 में सरकार ने

 

बैठक में राज्यपाल श्री चौहान ने कहा कि,'बेहतर एवं उत्कृष्ट स्वास्थ्य-सुविधाएं उपलब्ध कराने हेतु वर्तमान राज्य सरकार सतत प्रयत्नशील रही है.  2020 में कोविड-19 महामारी के फलस्वरूप उत्पन्न गंभीर चुनौतियों को अवसर में बदलते हुए बिहार राज्य द्वारा स्वास्थ्य-सुविधाओं को और अधिक बेहतर एवं उत्तरदायी बनाने का कार्य किया गया है.  2021 में कोविड-19 महामारी के दूसरे चरण के प्रारंभ से ही राज्य सरकार सतर्क एवं सजग है.  कोविड संक्रमण की रोकथाम हेतु ‘टेस्ट, ‘ट्रैक एवं ट्रीटमेन्ट’ की सफल रणनीति पर कार्य किया जा रहा है. वर्तमान में प्रत्येक दिन एक लाख से ज्यादा लोगों का टेस्ट कराया जा रहा है.'

 


 

 

पहले ही आवश्यक तैयारियां शुरू कर दी

 

राज्यपाल ने कहा कि, 'राज्य सरकार ने महाराष्ट्र में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए पूर्व से ही जांच की व्यवस्था बढ़ाने तथा इलाज हेतु उपलब्ध संसाधनों का बेहतर इस्तेमाल करते हुए पुनः कोविड-संक्रमण से निपटने हेतु आवश्यक तैयारियां शुरू कर दी थी. प्रारंभिक दौर में राज्य के तीनों प्रमुख हवाई अड्डों-पटना, दरभंगा एवं गया के एयरपोर्ट पर अन्य राज्यों यथा-महाराष्ट्र, पंजाब एवं केरल से आने वाले यात्रियों को अनिवार्य रूप से कोविड-19 ‘निगेटिव प्रमाण-पत्र’ प्राप्त करने के पश्चात् ही एयरपोर्ट से बाहर आने की अनुमति की व्यवस्था लागू की गई थी. प्रमाण-पत्र नहीं होने की स्थिति में ‘रैपिड एन्टीजन किट’ के माध्यम से यात्रियों की तत्क्षण जांच की व्यवस्था की गई थी.' 

 

ज्यादा से ज्यादा लोगों की जांच पर जोर 

 

राज्यपाल ने कहा कि, 'अन्य राज्यों से आने वाली ट्रेनों के संबंध में दैनिक रूप से सूचना प्राप्त कर इन ट्रेनों से उतरने वाले यात्रियों की रैपिड ‘एन्टीजन किट’ के माध्यम से जांच की व्यवस्था की गई है. सभी जिला पदाधिकारियो को निदेश दिया गया है कि पंचायत स्तर पर माईकिंग के माध्यम से लोगों को टेस्ट हेतु अपील करें. कोविड-19 पाजिटिव केस पाये जाने पर ‘कन्टेनमेंट जोन’ गठित करना एवं ‘कन्टेनमेंट जोन’  में शत-प्रतिशत जाँच एवं अन्य अनुवर्ती कार्रवाई की व्यवस्था की गई है.' 

 

बिहार का रिकवरी-प्रतिशत 89.79 प्रतिशत

 

राज्यपाल ने कहा कि, '14 अप्रैल 2021 तक बिहार में कुल 02 करोड़ 49 लाख 44 हजार 876 सैम्पलों की जांच की गई है. कुल 3 लाख 1 हजार 304 संक्रमित व्यक्तियों में से 2 लाख 70 हजार 550  व्यक्ति संक्रमण से मुक्त हो चुके हैं. इस प्रकार बिहार राज्य का रिकवरी-प्रतिशत 89.79 प्रतिशत हैं.' 

 

 

मुख्यमंत्री लगातार समीक्षा कर रहे

 

राज्यपाल ने कहा कि, 'आम जन को जागरूक करने हेतु राज्य सरकार के द्वारा हरसंभव प्रयास किये जा रहे हैं. ‘कोविड-19’ की दूसरी लहर से उत्पन्न स्थिति का लगातार अनुसरण मुख्यमंत्री द्वारा स्वयं किया जा रहा है. कोविड-19’ के टीकाकरण में भी राज्य द्वारा अच्छा प्रदर्शन किया गया है. कोविड-19 टीकाकरण का संचालन स्वास्थ्य मंत्रालय, भारत सरकार के द्वारा निर्गत दिशा-निदेर्शों के आलोक में चरणबद्ध तरीके से किया जा रहा है. अभी हेल्थ केयर वर्कर, फ्रन्ट लाइन वर्कर तथा 45 वर्ष से अधिक आयु-वर्ग के व्यक्तियों को टीका दिया जा रहा है.' 

 

जन-सहभागिता सुनिश्चित करें 

 

राज्यपाल ने कहा कि,  'प्रधानमंत्री की राज्यपालों के साथ हुई बैठक में प्रदान किए गये मार्ग-दर्शन के अनुरूप मेरा सुझाव है कि कोरोना-संक्रमण के नियंत्रण तथा टीकाकरण के अभियान में हमें जन-सहभागिता भी सुनिश्चित करनी चाहिये.  इस क्रम में रेडक्रॉस सोसाइटी, एनसीसी एवं एनएसएस के कार्यकर्ताओं सहित स्वयंसेवी संस्थाओं का सहयोग लिये जाने पर भी विचार किया जा सकता है. कोरोना संक्रमण के नियंत्रण के लिए शारीरिक दूरी बनाये रखने, मास्क का प्रयोग करने, स्वच्छता बनाये रखने, अन्य सरकारी निदेशों का पालन करने एवं टीकाकरण कराने के लिए आम जन को प्रेरित करने हेतु विभिन्न धर्मगुरूओं के माध्यम से अपील कराने पर भी विचार किया जा सकता है'. 

 

सभी दलों का सहयोग अत्यंत आवश्यक

 

राज्यपाल ने कहा कि, 'इस अभियान को सफल बनाने में सभी राजनीतिक दलों का सहयोग अत्यंत आवश्यक है और मैं विशेष रूप से आप सभी लोगों से इस अभियान से जुड़ने की अपील कर रहा हूं. मुझे पूरा विश्वास है कि आज की बैठक में आप लोगों के जो महत्वपूर्ण सुझाव प्राप्त हुए हैं, वे कोविड संक्रमण की रोकथाम हेतु राज्य सरकार द्वारा की जा रही कार्रवाई में सहायक सिद्ध होंगे. 

 

विभिन्न दलों के नेतागण के प्रति आभार

 

राज्यपाल ने माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन तथा राज्य सरकार के परामर्श पर आहूत सर्वदलीय वर्चुअल बैठक में बहुमूल्य समय और सुझाव प्रदान करने के लिए मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री एवं अन्य मंत्रिगण, नेता-प्रतिपक्ष सहित बैठक में शामिल विभिन्न दलों के नेतागण के प्रति आभार व्यक्त किया.