Muzaffarpur: बिहार में मुजफ्फरपुर के सरकारी अस्पताल में नसबंदी (sterilization) करवाने के दो साल बाद एक महिला के गर्भवती होने का मामला सामने आया है. जिले के मोतीपुर की निवासी फुलकुमारी ने वर्ष 2019 में परिवार नियोजन का ऑपरेशन करवाया था. जानकारी के अनुसार, फुलकुमारी को पहले से चार बच्चे हैं और वह पांचवां बच्चा नहीं चाहती थीं, लेकिन कुछ दिन पहले उसे पता चला कि वह फिर से गर्भवती हो गई है. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाए जा रहे हैं जनसंख्या नियंत्रण (Population Control) की हकीकत क्या है.


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वहीं, दोबारा गर्भवती (Pregnant) होने पर महिला ने इस मामले को लेकर मुजफ्फरपुर उपभोक्ता आयोग (Muzaffarpur Consumer Commission) में स्वास्थ्य विभाग (Health Department) पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए सरकार से 11 लाख मुआवजे की मांग की है. महिला इस बच्चे के भरण-पोषण के लिए बिलकुल तैयार नहीं हैं. महिला की शिकायत पर संज्ञान लेते हुए इस मामले में अगली सुनवाई 16 मार्च को निर्धारित की गई है.


बता दें कि जनसंख्या नियंत्रण के लिए सरकार द्वारा बंध्याकरण कराने वाली महिलाओं को प्रोत्साहन राशि भी दी जाती है. लेकिन मुजफ्फरपुर के इस अजीबों-गरीब मामले ने स्वास्थ्य विभाग और उनके अधिकारियों को कटघरे में खड़ा कर दिया है. अब देखना दिलचस्प होगा कि महिला को न्याय कब तक मिलता है साथ ही स्वास्थ्य विभाग अपने लापरवाह अधिकारियों पर क्या कार्रवाई करती है.