पटनाः आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव के बेटे और बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव गुरुवार को विदेश से वापस पटना पहुंचे. पटना वापसी के बाद उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि 'बिहार सरकार को राज्य के विकास की चिंता नहीं हैं. बल्कि, वह लालू यादव की जान के पीछे पड़े हैं. न्यायालय ने लालू यादव को बेल दिया है और डॉक्टर उनका इलाज कर रहे हैं. उनकी रिपोर्ट के मुताबिक ही काम हो रहा है, लेकिन सुशील मोदी लालू यादव की ही चिंता सता रही है. उन्हें बिहार की चिंता बिलकुल नहीं है'.


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उन्होंने कहा कि 'सुशील मोदी को डर क्यों लग रहा है. लालू यादव ने एक भी पॉलिटिकल मीटिंग नहीं की है. सुशील मोदी चाहते ही नहीं हैं कि लालू यादव स्वस्थ्य हो'. उन्होंने कहा कि 'अगर वह चाहें तो लालू यादव की रिपोर्ट देख सकते हैं. हालांकि न्यायालय को तय करने का अधिकार है कि उन्हें जमानत मिलनी चाहिए या नहीं'. उन्होंने सुशील मोदी से कहा कि 'वह जो लालू यादव के स्वास्थ्य की चिंता न कर जो बयान दे रहें है. उसके लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए'.


टीडीपी प्रतिनिधिमंडल से लालू की मुलाकात पर तेजस्वी यादव ने कहा कि 'चंद्रबाबू नायडू को लालू यादव के स्वास्थ्य की चिंता है. वह खुद नहीं आ सके तो उन्होंने अपने सांसदों को भेजकर स्वास्थ्य की जानकारी ली, लेकिन सुशील मोदी ने एक बार भी लालू यादव से स्वास्थ्य के बारे में जानकारी नहीं ली. एक बार भी हाल लेने नहीं आए. लालू यादव बिस्तर पर हैं और सुशील मोदी उनकी जमानत रद्द कराने का बयान दे रहे हैं'.


गौरतलब है कि पिछले दिनों बिहार के डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने सीबीआई से मांग करते हुए कहा कि लालू यादव न्यायालय के आदेशों का उल्लंघन कर रहे है. वह राजनीतिक मुलाकातें कर रहे हैं इसलिए उनकी जमानत को रद्द करना चाहिए. उन्होंने कहा था कि लालू यादव को केवल इलाजे के लिए जमानत मिली थी, लेकिन वह शर्तों का उल्लंघन कर रहे है.