पटना: इंटर की परीक्षा 1 फरवरी से शुरू होने जा रही है यानि परीक्षा के लिए गिनती के दिन बचे हैं. लाखों छात्र दिन रात एक करके पढ़ाई कर रहे हैं. इस परीक्षा में साइंस, आर्ट्स और कॉमर्स के लाखों छात्र शामिल होंगे. ये तो सभी जानते हैं कि सांइस के पेपर प्रायोगिक आधारित होते हैं लेकिन आर्ट्स में छात्रों को लिखना होता है. लिहाजा आर्ट्स में ज्यादा नंबर लाना एक बड़ी चुनौती होती है. 


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4 फरवरी को है परीक्षा
आर्ट्स के तहत इतिहास की परीक्षा 4 फरवरी को दूसरी पाली में है. इतिहास की परीक्षा में शामिल होने वाले छात्रों के लिए ये जानना जरूरी है कि कम समय में अधिकतम अंक कैसे हासिल किया जाए. लिहाज हमने बिहार के जमुई स्थित मशहूर सिमुलतला आवासीय विद्यालय के वाइस प्रिंसिपल सुनील कुमार से बात की. सुनील कुमार यहां के छात्रों को इतिहास पढ़ाते हैं.
पहले ये जानना जरूरी है कि प्रश्नों का पैटर्न कैसे रहेगा. 


कैसा होता है परीक्षा का पैटर्न?
इंटर में इतिहास का पेपर 100 नंबर का होता है और इसमें 50 नंबर के तो सिर्फ ऑब्जेक्टिव ही होते हैं. इसी तरह 50 नंबर के अतिलघुउत्तरीय सवाल होते हैं. 2-2 नंबर के कुल 25 सवाल होते हैं यानि इससे भी 50 नंबर के प्रश्न पूछे जाते हैं.
 
इन टॉपिक्स पर करें फोकस
हालांकि इतिहास में इंटर में प्राचीन इतिहास यानि एंसिएंट हिस्ट्री (Ancient History) का सिलेबस होता है यानि छात्रों को प्राचीन भारत के इतिहास के साथ ही अरब और यूरोप के इतिहास की समुचित जानकारी जुटानी होगी. घूमंत जीवन से लेकर प्राचीन इतिहास के सवाल छात्रों से पूछे जाएंगे. क्योंकि 2-2 नंबर के कुल 25 सवाल होंगे लिहाजा छात्रों को लिखना अधिक होगा. 


ऑब्जेक्टिव सवाल अधिक हल करें
वाइस प्रिंसिपल सुनील कुमार के मुताबिक, बच्चों को सबसे पहले वैसे सवाल हल करना चाहिए जिनकी उन्हें कायदे से जानकारी हो. ऑब्जेक्टिव सवाल अधिक हल करने चाहिए लेकिन ये कोशिश जरूर हो कोई भी सवाल नहीं छूटे.