पटना: विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के संस्थापक और बिहार सरकार में मंत्री मुकेश सहनी को उनके विधायकों ने तगड़ा झटका दे दिया है. बुधवार को पार्टी के तीनों विधायक बीजेपी में शामिल हो गए. वहीं, मुकेश सहनी अब अकेले हो गए हैं. फिरभी उन्होंने हिम्मत नहीं हारी है. तीन विधायकों के पार्टी से जाने के बाद उन्होंने मीडिया से बात की और अपनी बात रखी है.


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आरक्षण के लिए अंतिम सांस तक लड़ाई रखेंगे जारी- मुकेश सहनी 
मंत्री मुकेश सहनी ने कहा कि उन्हें कैबिनेट में रखना या हटाना चीफ मिनिस्टर का विशेषाधिकार है. हम संघर्ष करते रहेंगे. भाजपा ने जदयू के भी छह विधायकों को अपने साथ मिला लिया था. अगर हम में से चार जाते हैं, तो हम चालीस जीतेंगे. हम आरक्षण के लिए अंतिम सांस तक लड़ाई जारी रखेंगे. इस बयान से स्पष्ट है कि मुकेश सहनी अभी भी निराश नहीं हैं, बल्कि वे और मजबूती से लड़ेंगे.


बिहार की सियासत में हलचल
तीनों वीआईपी विधायक राजू सिंह, मिश्री लाल और स्वर्णा सिंह ने बीजेपी का दामन थम लिया. विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने इन तीनों एमएलए को मंजूरी दे दी है. प्राप्त जानकारी के अनुसार, उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी के साथ वीआईपी पार्टी के तीनों विधायक मिश्रीलाल यादव, राजू सिंह और स्वर्णा सिंह ने बिहार विधानसभा अध्यक्ष से मुलाकात की है. वहीं, तीन विधायकों के जाने के बाद मुकेश सहनी भले ही कह दें कि कोई बात नहीं, लेकिन इस घटना के बाद बिहार की सियासत में हलचल मच गई है. 


बोचहां सीट पर होना है उपचुनाव 
गौरतलब है कि मुजफ्फरपुर की बोचहां विधानसभा सीट पर उपचुनाव होना है, जिसके लिए 12 अप्रैल को मतदान होगा. 16 अप्रैल को परिणाम आएंगे. यह रिजर्व सीट है. इस सीट के लिए चुनाव काफी दिलचस्प हो गया है, क्योंकि सभी पार्टियां अलग-अलग उम्मीदवारों को मैदान में उतार रही हैं.