Chhath Puja: मैथिली ठाकुर की सुरीली आवाज ने बढ़ाया जोश, यूजर्स हुए दीवाने
अपनी आवाज के जादू से पहचान बनाने वाली मैथिली ठाकुर (Maithili Thakur) ने शुक्रवार को अपने ट्विटर हैंडल से एक वीडियो शेयर किया है. इस वीडियो में मैथिली कुछ अन्य महिलाओं के साथ छठ के गीत गाती नजर आ रही हैं.
Patna: लोक आस्था के महापर्व छठ को आने में अभी समय है लेकिन लोगों में इसे लेकर अभी से उत्साह देखा जा रहा है. वहीं, बिहार समेत देश-दुनिया में अपनी आवाज के जादू से पहचान बनाने वाली मैथिली ठाकुर (Maithili Thakur) ने शुक्रवार को अपने ट्विटर हैंडल और इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर किया है. इस वीडियो में मैथिली कुछ अन्य महिलाओं के साथ छठ के गीत गाती नजर आ रही हैं.
लोकगीत और भजन के लिए पसंद की जाती हैं मैथिली
मैथिली के इस वीडियो को खूब प्यार मिल रहा है. वीडियो देखने के बाद यूजर उन्हें शुभकामना दे रहें हैं साथ ही उनकी मधुर आवाज की भी जमकर तारीफ कर रहे हैं. बता दें कि शास्त्रीय संगीत की जानी-मानी गायिका मैथिली ठाकुर मधुबनी के बेनीपट्टी प्रखंड के उड़ेन गांव की रहने वाली हैं. मैथिली द्वारा गाए लोकगीत और भजन को भी काफी पसंद किया जाता है.
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संगीत से जुड़ा है पूरा परिवार
मैथिली के पिता रमेश ठाकुर संगीत शिक्षक हैं और मां गृहिणी हैं. वहीं, उनके दोनों भाई ऋषभ ठाकुर और अयाची ठाकुर भी गाना गाते और संगीत देते हैं. मैथिली का पूरा परिवार संगीत से जुड़ा हुआ है.
36 घंटे तक निर्जला व्रत रखती हैं महिलाएं
इधर, बात अगर छठ पूजा (Chhath Puja) की करें तो नहाए-खाए के साथ शुरू होने वाले इस पर्व में व्रती और महिलाएं 36 घंटे तक निर्जला व्रत रखती हैं एवं छठी मैया की आराधना करती हैं. इस पवित्र व्रत को रखने से सुख और शांति की प्राप्ति होती है, यश, पुण्य और कीर्ति का उदय होता है, दुर्भाग्य समाप्त हो जाते हैं, निसंतान दंपति को संतान की प्राप्ति होती है.
इस दिन व्रती स्नान कर नए वस्त्र धारण कर पूजा के बाद चना दाल, कद्दू की सब्जी और चावल को प्रसाद के तौर पर ग्रहण करती हैं. व्रती के भोजन करने के बाद परिवार के सभी सदस्य भोजन ग्रहण करते हैं.