ओमिक्रॉन वेरिएंट को लेकर नीतीश सरकार अलर्ट, जारी की नई गाइडलाइन
बिहार सरकार की तरफ से कहा गया है कि केंद्र ने विदेश से आए यात्रियों की सूची भेजी है, ऐसे लोगों को दो दिन के अंदर ट्रैक कर उनकी जांच होगी और आवश्यकता होने पर उन्हें आइसोलेशन में डाला जाएगा.
Patna: कोरोना वायरस (Coronavirus) के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन (Omicron Variant) को लेकर पूरे देश में हड़कंप मचा है. इस बीच बिहार सरकार ने भी वेरिएंट को लेकर 15 दिसंबर तक एसओपी जारी कर दिया है. जारी दिशा-निर्देश के अनुसार, विदेश से बिहार आने वाले यात्रियों की विशिष्ट रूप से जांच होगी.
यात्रियों को किया जाएगा क्वारंटीन
बिहार सरकार की तरफ से कहा गया है कि केंद्र ने विदेश से आए यात्रियों की सूची भेजी है, ऐसे लोगों को दो दिन के अंदर ट्रैक कर उनकी जांच होगी और आवश्यकता होने पर उन्हें आइसोलेशन में डाला जाएगा. वैसे देश जहां नए ओमिक्रॉन से पीड़ित मरीज पाए गए हैं, वहां के यात्रियों को क्वारंटीन किया जाएगा.
सभी यात्रियों का होगा कोविड-19 टेस्ट
इसके अलावा फ्लाइट से यात्रा करने वाले सभी यात्रियों की निश्चित रूप से कोरोना जांच होगी. जांच से वैसे व्यक्ति मुक्त रहेंगे जिनके पास पिछले 72 घंटे का आरटीपीसीआर टेस्ट (RT-PCR Test) रिपोर्ट नेगेटिव रहेगा. सरकार हर दिन 2 लाख कोरोना टेस्ट कराएगी. साथ ही वैक्सीनेशन (Corona Vaccination) की रफ्तार और तेज किया जाएगा.
जागरूकता अभियान चलाया जाएगा
अस्पतालों की व्यवस्था, विशेषकर ऑक्सीजन एवं आईसीयू (ICU Bed) की उपलब्धता की फिर से समीक्षा होगी. प्रशिक्षित तकनीकी कर्मी को तैयार हालात में रखा जाएगा. साथ ही आम लोगों को मास्क एवं सोशल डिस्टेंसिंग (Social Distancing) के संबंध में जागरूक करने के लिए अभियान चलाया जाएगा.
दरअसल, बीते दिनों मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से समीक्षा बैठक की थी. इस बैठक में सीएम ने अधिकारियों को कई महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए. जिसमें वैक्सीनेशन की रफ्तार को बढ़ाने, जिन जिलों में जांच और टीकाकरण कम हो रहा है उनकी मॉनिटरिंग करने का निर्देश दिया था. बता दें कि राज्य सरकार समय में वैक्सीन का दूसरा डोज लेने वाले लक्की ड्रा के जरिए गिफ्ट भी दे रही है.
डब्लूएचओ ने दुनिया को चेताया
इधर, केंद्र सरकार ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से कहा है कि जो भी लोग जोखिम वाले देश से आ रहे हैं, उनका आरटीपीसीआर टेस्ट जरूर कराया जाए. इसके अलावा विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने ओमिक्रॉन वेरिएंट को लेकर चेताया है कि कोरोना का यह वेरिएंट दुनिया भर में गंभीर छाप छोड़ सकता है.