Ranchi: रांची में हुई हिंसा को लेकर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. पुलिस ने गैंग्स ऑफ वासेपुर व्हाट्सएप ग्रुप में भड़काऊ मैसेज को वायरल करने के आरोपी नवाब चिश्ती को गिरफ्तार कर लिया है और जेल भेज दिया है. वो डोरंडा का रहने वाला है. पुलिस की जांच में ये भी बात सामने आई है कि उसने दस जून को प्रदर्शन का मैसेज इसी व्हाट्सएप ग्रुप में भेजा था, जिसके बाद ये मैसेज वायरल हो गया था. 


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इसी ग्रुप में उसने लोगों से प्रदर्शन में शामिल होने की अपील की थी. इसके अलावा पुलिस को पता चला है कि वो ही इस ग्रुप का एडमिन था.वो पहले भी दंगा भड़काने के आरोप में दो बार जेल भी जा चुका है.


रांची में बीते शुक्रवार को हुई हिंसा-उपद्रव में शामिल आरोपियों की तस्वीरों और उनके नाम-पते के साथ शहर के प्रमुख चौक-चौराहों पर होर्डिंग्स लगाये गये हैं. रांची पुलिस ने राज्यपाल रमेश बैस के निर्देश के बाद यह कार्रवाई की है. राज्यपाल ने सोमवार को राज्य के डीजीपी नीरज सिन्हा सहित राज्य के वरीय पुलिस-प्रशासनिक अफसरों को तलब कर हिंसा की घटना पर कड़ी नाराजगी जाहिर की थी.


रांची में जगह-जगह लगाईं फोटो


राज्यपाल ने डीजीपी को कहा था कि उपद्रवियों की पहचान कर उनकी तस्वीरें सार्वजनिक जगहों पर लगवायी जायें ताकि आम नागरिक उनके बारे में जानकारी दे सकें. इस निर्देश के 24 घंटे के भीतर रांची पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की है.


शहर के प्रमुख चौक-चौराहों पर जो होडिर्ंग और पोस्टर लगाये गये हैं, उनमें तीन दर्जन से भी ज्यादा उपद्रवियों की तस्वीरें हैं. कुछ तस्वीरों के साथ उपद्रवियों के नाम और पते भी लिखे गये हैं. इनमें हिंदपीढ़ी निवासी छोटू, चरका, बिच्छा, शाद, तगला, आमिर, कुरबान चौक निवासी कैप्टन, लकड़ी पुल गली निवासी सिराजुल आदि के नाम शामिल हैं. इन सभी की तस्वीरें शुक्रवार दोपहर मेन रोड में पथराव और तोड़फोड़ के दौरान सीसीटीवी, वीडियो और ड्रोन कैमरे में कैद हुई थीं. लोगों से अपील की गयी है कि जिस भी व्यक्ति को इनके बारे में जानकारी मिले, वह पुलिस को सूचना दें.


 


पुलिस ने हिंसा और उपद्रव की घटनाओं को लेकर अब तक 15 लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि 40 से भी अधिक लोगोंको हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ की जा रही है. गिरफ्तार किये गये लोगों में से सात का अभी रिम्स में इलाज चल रहा है. पुलिस ने रांची के छह थाना क्षेत्रों में रहने वाले 155 लोगों पर 107 के तहत निरोधात्मक कार्रवाई भी की है. इस मामले में अब तक कुल 26 एफआईआर दर्ज की गयी है, जिसमें 50 से ज्यादा लोगों को नामजद किया गया है. इसके अलावा एक हजार से ज्यादा अज्ञात लोगों को आरोपी बनाया गया है.