पटनाः पूरे देशभर में राज्यसभा की 57 सीटों के लिए चुनाव होना है. इसमें से बिहार की 5 राज्यसभा सीटें भी हैं. जिसमें से एक सीट पर पहले से जदयू के आरसीपी सिंह थे. जो इस समय केंद्र सरकार में मंत्री हैं. इनको लेकर संशय का दौर जारी था. आपको बता दें कि 15 राज्यों के कुल 57 राज्यसभा सीटों पर 10 जून को चुनाव होना है. जिसमें बिहार से खाली हो रही 5 सीटों पर चुनाव भी शामिल हैं. रिक्त हो रहे राज्यसभा से जेडीयू कोटे से आरसीपी सिंह के आलावा बीजेपी कोटे से गोपाल नारायण सिंह और सतीश चंद्र दुबे, आरजेडी से मीसा भारती और एक सीट शरद यादव की है, जो जेडीयू कोटे से राज्यसभा पहुंचे थे लेकिन शरद यादव की सदस्यता खत्म होने से पहले से ही यह सीट खाली है. इस तरह से जेडीयू- बीजेपी कोटे से दो-दो और आरजेडी कोटे से एक सीट खाली हो रही है. एक सीट के लिए 41 वोट की जरूरत है. 


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किस पार्टी के हिस्से आएगी कितनी सीटें 
आपको बता दें कि ऐसे में संख्या के लिहाज से देखा जाए तो पांच में 2 सीटें भाजपा के हिस्से में, 2 सीट राजद के हिस्से में और एक सीट जदयू के हिस्से में आनी है. ऐसे में राजद की तरफ से पहले ही दो नामों की घोषणा कर दी गई है. इनमें से लालू यादव की बेटी मीसा भारती और फैयाज अहमद पहले ही अपना नामंकन कर चुके हैं. 


भाजपा ने इनको बनाया अपना उम्मीदवार
जबकि भाजपा और जदयू और ने अपने पत्ते नहीं खोले थे. अब बिहार में भाजपा की तरफ से राज्यसभा उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर दी गई है. भाजपा ने सतीशचंद्र दुबे और शम्भू शरण पटेल को अपना उम्मीदवार बनाया है. वहीं जदयू की तरफ से अभी नाम की आधिकारिक घोषणा तो नहीं हुई है लेकिन अब तस्वीर ऐसी बन रही है कि पार्टी आरसीपी सिंह की जगह झारखंड के पूर्व जदयू प्रदेश अध्यक्ष खीरू महतो को अपना उम्मीदवार बना सकती है. मतलब साफ है कि पार्टी के भीतर आरसीपी सिंह के नाम पर सहमति नहीं बन पाई है. 


अब बिहार विधानसभा में विधायकों की कुल संख्या देखें
243 सदस्यीय बिहार विधानसभा में पांच उम्मीदवार ही नामांकन करते हैं तो मतदान की नौबत नहीं आएगी और सभी निर्विरोध चुन लिए जायेंगे. बीजेपी के पास 77 विधायक हैं. जबकि आरजेडी के पास विधायकों की संख्या 76 है, जेडीयू के पास 45 विधायक हैं और एक निर्दलीय का समर्थन प्राप्त है. इस हिसाब से जेडीयू को एक, बीजेपी-आरजेडी को दो-दो सीटें मिलनी तय है.