Patna: बिहार में अवैध बालू (रेत) खनन और ढुलाई को रोकने के लिए सरकार अब खान निरीक्षकों को ही हथियार का प्रशिक्षण देने का निर्णय लिया है, जिससे इनकी पुलिस पर आश्रित होने से मुक्ति मिल सके. आमतौर पर देखा जाता है कि अवैध रेत खनन की सूचना मिलने के बाद खान निरीक्षकों को छापेमारी के लिए पुलिस पर निर्भर रहना पड़ता है. इससे मुक्ति के लिए विभाग ने खान निरीक्षकों को ही हथियारों का प्रशिक्षण देने का निर्णय लिया है.


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खान निरीक्षकों को मिल रही है ट्रेनिंग


खनन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि सोमवार से 90 खान निरीक्षकों को हथियारों सहित आधुनिक उपकरणों का प्रशिक्षण दिया जाएगा. शुरूआती दौर में करीब दो सप्ताह तक चलने वाले इस प्रशिक्षण में मोटर बोट और हथियार का प्रशिक्षण दिया जाएगा. बताया जाता है कि प्रशिक्षण के लिए फिलहाल बिपार्ड सहित मद्य निषेध, उत्पाद और निबंधन विभाग के प्रशिक्षण स्थल का चयन किया गया है.


पिछले ही दिनों किया था हमला


उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों बिहटा में छापेमारी करने गए खान निरीक्षकों पर खनन माफियाओं द्वारा हमला किया गया था. इसमें महिला खान निरीक्षक भी शामिल थे. अधिकारियों की मानें तो इससे छापेमारी में भी सहूलियत होगी और सूचना मिलने के बाद सही समय पर छापेमारी भी की जा सकेगी. पिछले काफी समय से खान निरीक्षकों को ट्रेनिंग देने की मांग चल रही थी. इस ट्रेनिंग के बाद वो अब वो खनन माफियों को पकड़ने में ही आसानी होगी. इसके अलावा उन्हें छापेमारी की पुलिस पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा. पहले वो छापेमारी के लिए पुलिस पर निर्भर रहते थे. 


(इनपुट भाषा के साथ)