नारी शक्ति: दमखम दिखाने को तैयार बिहार पुलिस का महिला कमांडो दस्ता
इन 92 महिला कमांडो की ट्रेनिंग पहले पटना और डिहरी ओन सोन में हुई थी. इसके बाद एडवांस कमांडो ट्रेनिंग के लिए इन्हें महाराष्ट्र के मुतखेड भेजा गया था, जहां सीआरपीएफ (CRPF) की सेंट्रल ट्रेनिंग सेंटर में इन्हें ट्रेनिंग दी गई.
Patna: बिहार पुलिस (Bihar Police) में पहली बार महिला कमांडो दस्ता तैयार किया गया है. इस दस्ते में शामिल 92 कमांडो को कठिन ट्रेनिंग दी गई है और अब वे हर तरह की चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार हैं. आतंकियों या फिर नक्सलियों को वे मुंहतोड़ जवाब दे सकती हैं और बड़े से बड़े हमले को नाकाम कर सकती हैं. बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस (Bihar Special Armed Police) की अलग-अलग वाहिनियों से ये कांस्टेबल चुनी गई थीं, जिन्हें कमांडो ट्रेनिंग दी गई है.
तैनाती के लिए तैयार कमांडो
इन 92 महिला कमांडो की ट्रेनिंग पहले पटना और डिहरी ओन सोन में हुई थी. इसके बाद एडवांस कमांडो ट्रेनिंग के लिए इन्हें महाराष्ट्र के मुतखेड भेजा गया था, जहां सीआरपीएफ (CRPF) की सेंट्रल ट्रेनिंग सेंटर में इन्हें ट्रेनिंग दी गई. ट्रेनिंग के बाद अब ये लौट चुकी हैं और तैनाती के लिए तैयार हैं. डायरेक्टर जनरल (ट्रेनिंग) आलोक राज का कहना है, 'ये कमांडो उच्च स्तर की कमांडो ट्रेनिंग लेकर लौटी हैं. अब ये जंगली इलाकों या फिर आमने-सामने के हमलों और नक्सलियों का सामना करने में पूरी तरह सक्षम हैं. इनकी फिटनेस और प्रतिबद्धता उच्च स्तर की है.'
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जरूरत के मुताबिक होगी तैनाती
इन महिला कमांडो को आतंकी गतिविधियों को रोकने के लिए गठित एटीएस, वीआईपी की सुरक्षा को संभालने वाले स्पेशल सिक्युरिटी ग्रुप और बिहार पुलिस की स्पेशल टॉस्क फोर्स यानी एसटीएफ समेत उन जगहों पर तैनाती दी जाएगी, जहां तैनाती के लिए हर पुलिसवालों को कड़ी चुनौतियों से गुजरना पड़ता है. डायरेक्टर जनरल (ट्रेनिंग) आलोक राज का कहना है, 'जहां भी जरूरत होगी, आवश्यकता अनुसार इन्हें वहां भेजा जाएगा.' उन्होंने यह भी कहा कि बिहार में पहली बार इस तरह का दस्ता तैयार हुआ है, इसी तरह का दूसरा दस्ता तैयार करने की भी योजना है. आलोक राज का यह भी कहना है, 'हमें उम्मीद है कि पुलिसिंग में ये कमांडो उत्कृष्ट काम करेंगी और समाज के लिए प्रेरणा साबित होंगी.'