15 दिसंबर के बाद खास यात्रा पर निकलने जा रहे नीतीश, जानिए क्या है मकसद
विशेष तौर पर सीएम नीतीश कुमार इस यात्रा के दौरान महिलाओं का फीडबैक भी लेंगे और उन्हें शराबबंदी के लिए अभियान चलाने को लेकर प्रेरित भी करेंगे.
Patna: सीएम नीतीश कुमार फिर से बिहार की यात्रा पर निकलेंगे. इस बार मुख्यमंत्री की यात्रा शराबबंदी कानून को लेकर लोगों को जागरूक करने से जुड़ी रहेगी. मुख्यमंत्री इस दौरान शराबबंदी कानून को लेकर महिलाओं से फीडबैक भी लेंगे.
जागरूक करेंगे मुख्यमंत्री
'विकास यात्रा, विश्वास यात्रा, धन्यवाद यात्रा' जैसी यात्राओं के बाद सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) एकबार फिर यात्रा पर निकलने वाली हैं. इस बार नीतीश कुमार की यात्रा का मकसद शराबबंदी कानून को लेकर लोगों को जागरूक करने से जुड़ा है.
पंचायत चुनाव के बाद निकालेंगे यात्रा
नीतीश कुमार 15 दिसंबर के बाद इस यात्रा पर निकलेंगे. पंचायत चुनाव खत्म होने के बाद नीतीश कुमार शराबबंदी को लेकर लोगों को जागरूक करेंगे. विशेष तौर पर सीएम नीतीश कुमार इस यात्रा के दौरान महिलाओं का फीडबैक भी लेंगे और उन्हें शराबबंदी के लिए अभियान चलाने को लेकर प्रेरित भी करेंगे.
महिलाओं को विशेष संदेश देने की कोशिश
दरअसल हाल के दिनों में ग्रामीण स्तर पर जहरीली शराब से हुई मौत से सीएम नीतीश आहत हैं. घटना के बाद नीतीश कुमार ने व्यापक स्तर पर शराबबंदी की समीक्षा भी की थी. नीतीश ग्रामीण स्तर पर लोगों को शराब के बुरे प्रभाव को लेकर जागरूक करना चाहते हैं. खासतौर पर महिला वर्ग के बीच विशेष मैसेज भी छोड़ना चाहते हैं.
तेजस्वी ने मांगा सीएम का इस्तीफा
खास बात ये है कि मंगलवार को विधानमंडल परिसर में शराब की बोतलें मिलने के बाद नीतीश कुमार ने अपने यात्रा के फैसले को और मजबूती से जमीन पर उतारने के निर्णय किया है. मंगलवार को विधानमंडल परिसर में शराब की कई खाली बोतलें बरामद हुईं. जिसके बाद सियासी बवाल खड़ा हो गया. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने खुद शराब की बोतल वाली जगह पर जाकर स्थल का मुआयना किया और सीएम नीतीश कुमार से इस्तीफे की मांग कर दी.
सीएम ने दिया जांच के आदेश
इधर, सीएम नीतीश कुमार ने भी चलते सदन में पूरे मामले की जांच किये जाने की बात कहते हुए कार्रवाई का आश्वासन दिया. मुख्यमंत्री के निर्देश पर मुख्य सचिव और डीजीपी ने विधानमंडल परिसर का जायजा भी लिया.
सत्ता पक्ष ने साजिश करार दिया
हालांकि, इस मामले में मुख्य सचिव ने शराब की बोतल को किसी मकसद से रखे जाने की बात कही है. वहीं डीजीपी ने एफएसएल की टीम से मामले की पूरी पड़ताल किये जाने की बात कही है. विधानमंडल में शराब मिलने का मामला इतना तूल पकड़ा कि मंत्री नीरज बबलू मंत्री, जीवेश मिश्रा ने इसे आरजेडी की साजिश करार दे दिया.
वहीं, डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद ने मामले की जांच करते हुए कार्रवाई की बात कह डाली. जबकि आरजेडी विधायक आलोक मेहता ने इसे कमियों को छुपाने के लिए किया जाने वाला प्रयास बता दिया.
इसमें कोई दो राय की नहीं कि बिहार की सियासत में इन दिनों हर मुद्दे पर शराब हावी नजर आ रहा है. विपक्ष हर एंगल से शराब के मसले पर सरकार को घेरने के अभियान में जुटा है. शराबबंदी अभियान को लेकर पब्लिक में एक अलग मैसेज देने की कोशिश की जा रही है. ऐसे में नीतीश कुमार ने इस अभियान को लेकर सीधा पब्लिक के बीच जाना बेहतर समझा है.