पटनाः Iftar Party:बिहार में इफ्तार पार्टी का दौर चल रहा है. ईद से पहले गले मिलनी का सिलसिला चल रहा है. इस राजनीतिक इफ्तार में हर किसी के रवैये पर खास नजर है. कौन किसके पास बैठा, किसके साथ चहलकदमी की, किसने किसकी प्लेट से खजूर खाए, इफ्तार में हर एक छोटी से छोटी बात ऐसी हो सकती है, जिसके बड़े राजनीतिक मतलब और मकसद हो सकते हैं. 


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तेजस्वी और तेजप्रताप हुए शामिल
फिलहाल, नजरें टिकी हैं, एक ही परिवार के दो चिरागों पर. तेजस्वी और तेजप्रताप गुरुवार शाम को उस इफ्तार में शामिल हुए जो जदयू ने आयोजित किया था. जदयू की ओर से दी गयी इफ्तार पार्टी में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और उनके भाई तेज प्रताप यादव शामिल हुए. हफ्ते भर के भीतर ये दूसरा मौका है जब सीएम नीतीश और नेता प्रतिपक्ष एक-दूसरे से मिले हैं. 


ठीक नहीं हैं राजद से अंदर की खबरें
लेकिन, सियासी गली में तेजप्रताप और तेजस्वी दोनों के ही इस इफ्तार में शामिल होने की बात अधिक चर्चा में रही. असल में राजद से अंदरूनी खबरें कुछ अच्छी नहीं मिल रही हैं. तेज प्रताप ने दो दिन पहले इस्तीफे की बात कही थी. फिर वे मां राबड़ी देवी के आवास में शिफ्ट हो गए. उनके शिफ्ट होते ही भाई तेजस्वी के दूसरे आवास में शिफ्ट होने की चर्चाएं आईं. कुल मिलाकर भाई-भाई में सब कुछ ठीक न होने की बात संकेत में कही जा रही है, इशारे हो रहे हैं, लेकिन खुल कर कोई कुछ नहीं बोल रहा है. 


इफ्तार की खास तस्वीर
गुरुवार शाम को ही इस इफ्तार से जो तस्वीर आई वो बहुत कुछ बयां कर गई. तेजप्रताप और तेजस्वी एक-दूसरे से काफी दूर बैठे थे, ऐसे कि कैमरे के हर एंगल से जो भी तस्वीर आई या तो उसमें तेजस्वी ही दिख सकते थे या फिर तेजप्रताप. बहुत कोशिश के बाद जिस तस्वीर में दोनों साथ दिख रहे हैं, उसका एंगल तिरछी निगाहों वाला है. यानी कि तेजप्रताप अगर नजर टेढ़ी करें तो उन्हें तेजस्वी दिखाई देंगे. अब तेजप्रताप की निगाहें तेजस्वी पर टेढ़ी हैं या फिर तेजस्वी तेजप्रताप की तिरछी निगाहों के सामने हैं, कैमरे से ये असलियत तो क्लियर नहीं हो सकी, लेकिन ये कैमरा एंगल कुछ कहता है. क्या? ये आने वाला वक्त बता सकता है.