पटना: बिहार बीजेपी के नेता व राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने गुरुवार को कहा कि सत्य घटनाओं पर बनी फिल्म "द कश्मीर फाइल्स" नई पीढ़ी को सिनेमा हॉल में जाकर अवश्य देखनी चाहिए. ताकि उन्हें पता चल सके कि आजाद भारत के जम्मू-कश्मीर में धार्मिक असहिष्णुता के कारण हिंदुओं पर कितना अत्याचार हुआ था.


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कांग्रेस पर साधा निशाना 
मोदी ने कहा कि 32 साल पहले जब पाकिस्तानपरस्त लोगों ने कश्मीरी हिंदुओं को घाटी से भागने पर मजबूर करने के लिए हत्या-बलात्कार की घटनाओं को अंजाम दिया था, तब वहां कांग्रेस के समर्थन वाली फारुख अब्दुल्ला सरकार थी. कांग्रेस आज भी उस घटना में अपना अपराध स्वीकार कर माफी मांगने के बजाय उस त्रासदी को नकारने या दूसरा रंग देने की कोशिश कर रही है.


कांग्रेस ने दिया था अलगाववाद और आतंकी हिंसा को बढ़ावा- सुशील मोदी  
सुशील मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने धारा-370 लगाकर जम्मू-कश्मीर में अलगाववाद और आतंकी हिंसा को बढ़ावा दिया था. इसकी चरम परिणति 1989 में हिंदू पंडितों पर सामूहिक अत्याचार के रूप में हुई. द कश्मीर फाइल्स उस सच को दिखाने वाली फिल्म है, जिसे देश से छिपाया गयाl यदि जनसंघ और बाद में भाजपा की मांग पर धारा-370 हटा ली गई होती, तो कश्मीरी हिंदुओं पर इतनी बड़ी विपत्ति नहीं आती. देश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ऋणी रहेगा कि उन्होंने 5 अगस्त 2019 को धारा -370 हटाकर कश्मीर में आतंकवाद और हिंदू-विरोधी हिंसा की कमर तोड़ दी.


राज्यसभा सांसद ने आगे कहा कि विवेक अग्निहोत्री जैसे फिल्मकारों को भारत विभाजन की त्रासदी और हाल में यूक्रेन के युद्धग्रस्त क्षेत्र में फंसे 20 हजार भारतीय छात्रों को सुरक्षित निकालने जैसे यथार्थ पर भी फिल्में बनानी चाहिए. द कश्मीर फाइल्स हिंदी सिनेमा को नई दिशा और ऊंचाई दे सकती है. बिहार में इसे कर-मुक्त करना सिनेमा के जरिये सच कहने की कला को प्रोत्साहित करने वाला निर्णय है.