दहशत का सबब बन चुके 3 कुख्यात नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण
बिहार के कजरा में साल 2010 में नक्सलियों और पुलिस के बीच भीषण मुठभेड़ हुई थी. इसमें हेलीकॉप्टर की भी मदद ली गई थी. इस मुठभेड़ में सरेंडर करने वाले सभी नक्सलियों का हाथ होने की बात कही जा रही है.
लखीसराय : बिहार-झाराखंड में कुख्यात ₹5 लाख का इनामी नक्सली समेत तीन हार्डकोर नक्सली ने किया समर्पण. इनपर दर्जन भर से ज्यादा मामले दर्ज हैं. बिहार और झारखंड में वांछित तीन कुख्यात नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया. सुरक्षाबलों के समक्ष समर्पण करने वाले कुख्यात नक्सलियों में ₹5 लाख का इनामी और माओवादी संगठन का एरिया कमांडर अर्जुन कोड़ा भी शामिल है.
अर्जुन कोड़ा के साथ ही नक्सलियों का जोनल कमांडर बालेश्वर कोड़ा एवं अर्जुन कोड़ा ने भी सरेंडर किया है. इन नक्सलियों ने सीआरपीएफ और जिला पुलिस बल के समक्ष समर्पण किया है. तीन नक्सलियों का एक साथ समर्पण करना नक्सल विरोधी अभियानों के लिहाज से बड़ी सफलता मानी जा रही है.
पुलिस को एक दशक से ज्यादा समय से थी इनकी तलाश
माना जा रहा है कि सुरक्षाबलों की ओर से लगातार दी जा रही दबिश से बने दबाव के चलते नक्सलियों ने सरेंडर किया है. बिहार में नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के खिलाफ सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी मिली है. आत्मसमर्पण करने वाले तीनों नक्सली जमुई, लखीसराय और मुंगेर जिला के जंगली इलाके में सक्रिय थे. पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, बरहट थाना इलाके के चौरमारा जंगल के पुलिस कैंप में नक्सलियों ने सरेंडर किया है. सरेंडर करने वाले नक्सली बालेश्वर कोड़ा, अर्जुन कोड़ा और नागेश्वर कोड़ा की तलाश पुलिस को बीते एक दशक से भी ज्यादा समय से थी. इन सभी नक्सलियों पर कजरा, चानन, पीरीबाजार आदि थानों में हत्या, अपहरण, रंगदारी वसूलने जैसे गंभीर अपराध दर्ज हैं।
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बिहार के कजरा में साल 2010 में नक्सलियों और पुलिस के बीच भीषण मुठभेड़ हुई थी. इसमें हेलीकॉप्टर की भी मदद ली गई थी. इस मुठभेड़ में सरेंडर करने वाले सभी नक्सलियों का हाथ होने की बात कही जा रही है.
समारोह आयोजित कर आत्मसमर्पण करने वाले तीनों नक्सलियों को किया गया सम्मानित
वर्षों से फरार चल रहे इनामी नक्सली कमांडर बालेश्वर कोड़ा अपने साथी अर्जुन और नागेश्वर कोड़ा के साथ सोमवार को पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया. साथ ही आधुनिक हथियार व भारी मात्रा में विस्फोटक समेत अन्य नक्सल सामग्री भी पुलिस के हवाले कर दिया.
बिहार सरकार के द्वारा नागेश्वर कोड़ा पर एक लाख रुपया का इनाम रखा गया था, जबकि नक्सली कमांडर बालेश्वर कोड़ा और अर्जुन कोड़ा पर 50-50 हजार रुपए का इनाम रखा गया था.
वहीं आत्मसमर्पण करने के बाद सोमवार की शाम जमुई पुलिस लाइन में आत्मसमर्पण समारोह का आयोजन किया गया है. जिसमें पदाधिकारियों के द्वारा तीनों को फूल माला पहनाकर व अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया गया. साथ ही बालेश्वर कोड़ा और अर्जुन कोड़ा की पत्नी को भी अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया गया. इस अवसर पर पुलिस पदाधिकारियों ने कहा कि मुख्य धारा में जुड़ने के बाद सरकार के तरफ से जो भी सहायता होगी उसे दिया जाएगा. पदाधिकारियों ने अन्य नक्सलियों को भी मुख्य धारा से जुड़ने की अपील की है.