बिहटाः राजधानी पटना के समीप बिहटा स्थित आईआईटी में 47 करोड़ लागत से इन्क्यूबेशन सेंटर का निर्माण कराया जा रहा है. भारत सरकार द्वारा निर्माण कराये जा रहे इस इन्क्यूबेशन सेंटर का शिलान्यास शनिवार को सूबे के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने की.


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इस मौके पर पथ निर्माण मंत्री नन्द किशोर यादव सहित आईआईटी पटना के निदेशक और फैकेल्टी मौजूद थे. सुशील मोदी ने रिमोट के जरिये इस महत्वाकांक्षी योजना का शिलान्यास किया. इस मौके पर उपमुख्यमंत्री ने कहा कि ये इन्क्यूबेशन सेंटर पूरी तरह से इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस से लैश होगा जो नए स्टार्टअप करने वाले लोगों के लिए काफी फायदेमंद होगा.


उन्होंने कहा कि इस इन्क्यूबेशन सेंटर से नयी सोच वाले लोगों को काफी मदद मिलेगी और वो अपने सोच को एक नए स्टार्टअप का रूप दे सकेंगे. इस मौके पर उपमुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद को धन्यवाद देते हुए कहा कि भारत सरकार ने 18 टेक्नोलॉजी बिजनेश इन्क्यूबेटर की स्थापना करने का निर्णय लिया है. इसके लिए आईआईटी पटना का चयन किया गया है, जो सिर्फ रविशंकर जी के प्रयास से संभव हो पाया है.


उन्होंने कहा कि IIT पटना अवस्थित बिहटा का विकास हमारी सरकार की प्राथमिकता में है. आने वाले दिनों में यह इलाका गुरूग्राम बनेगा। इसके विकास हेतु 8 लेन सड़क, रिंग रोड के अतिरिक्त अनेक योजनाएं प्रस्तावित है. बिहटा एयरपोर्ट निर्माण हेतु राज्य सरकार ने 100 एकड़ से ज्यादा जमीन प्रदान की है.


विगत 13 वर्षों में बिहार सरकार ने किसी संस्थान को सबसे ज्यादा जमीन प्रदान की है, वह IIT पटना है। इसके निर्माण हेतु 500 एकड़ से ज्यादा जमीन दी गई है.


यह इन्क्यूबेशन सेंटर नए उद्यमियों जिनके पास नई नई सोच है उनके सोच को आगे बढ़ाने का काम करेगा. ये सेंटर उनकी सोच को एक मार्ग देगा. उन्होंने कहा राज्य सरकार ने बिहार स्टार्टअप पॉलिसी के तहत 47 स्टार्टअप को 1 करोड़ 90 लाख रूपये प्रदान किया है. नए स्टार्टअप को 10 लाख रूपया बिना ब्याज के 10 वर्षों के लिए बिहार सरकार देती है.


उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने बिहटा आईआईटी में पहले से चल रहे इन्क्यूबेशन सेंटर का भी जायजा लिया.