पटना: बिहार कांग्रेस एमएलसी प्रेमचंद मिश्रा ने कहा कि तटबंध के टूटने पर विपक्ष की ओर से लगातार सवाल उठाए जाने को नकारने वाली नीतीश सरकार को अपने सहयोगी बीजेपी के विधायक के उठाए गए सवाल पर भी कुछ बोलना चाहिए. बीजेपी के विधायक मिथिलेश तिवारी ने जिस तरीके से गुहार लगाई है कि पिछले 5 सालों से वह लगातार आवाज उठा रहे हैं लेकिन उनकी कोई नहीं सुन रहा है.  


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उन्होंने कहा कि अब बड़ा सवाल यह उठता है कि वर्तमान नीतीश सरकार सिर्फ अधिकारियों और ठेकेदारों की बात ही क्यों सुनती है? जनप्रतिनिधियों की बात क्यों नहीं सुनती. अपने सहयोगी दल के विधायक की बात भी नीतीश सरकार नहीं सुनती. उनके विधायक तो कुछ बोलेंगे नहीं और विपक्ष की बात तो कभी सुनते ही नहीं हैं. 


प्रेमचंद मिश्रा ने कहा कि बीजेपी के विधायक ने आइना दिखाया है और सरकार के क्रियाकलाप की पोल खोली है. जल संसाधन विभाग बिहार का पिछले 15 वर्षों से उगाही का जरिया बन गया है. सिर्फ जल संसाधन विभाग में पिछले 15 वर्ष में जो भी मंत्री रहे या अधिकारी रहे उन्होंने वास्तविकता से मुंह मोड़ा है.


हर साल जानबूझकर बांध टूटने दिया हर साल टेंडर निकालते रहे. जल संसाधन विभाग में बड़ा घपला हुआ है. अपने ही सहयोगी विधायक की बातों को संज्ञान लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जांच कराकर कार्रवाई करें.