पटना: बिहार में बाढ़ (Bihar Flood) को लेकर राजनीति गरम है. विपक्ष के अलावा सत्तापक्ष के कुछ नेताओं के बयान सरकार को कटघरे में खड़ा कर रहे हैं. गिरिराज सिंह (Giriraj-Singh) के बयान पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नेता और राज्यसभा सांसद आरके सिन्हा (RK Sinha) ने कहा कि चाहे गिरिराज सिंह हों या नीतीश कुमार या वे खुद, सभी को इस वक्त बिहार में बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए एकजुट होकर काम करना चाहिए. उन्होंने कहा कि किसने क्या सही किया, क्या गलत किया, इस पर चर्चा बाद में होनी चाहिए. साथ ही उन्होंने नसीहत देते हुए कहा कि अभी लोगों को फौरी मदद की जरूरत है, राजनीति करने के लिए बहुत वक्त बाकी है.


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आरके सिन्हा ने राज्य सरकार से अपील की है कि महामारी से निपटने के लिए तमाम इंतजामों को और दुरुस्त करें, जिससे बाढ़ पीड़ित लोगों को महामारी से बचाया जा सके. उन्होंने आम लोगों से भी आगे आकर बाढ़ पीड़ितों की मदद करने की अपील की.



रामकृपाल यादव के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए आरके सिन्हा ने कहा कि जनप्रतिनिधियों के साथ-साथ अधिकारियों की भी जिम्मेदारी है कि वे लोगों की मदद करें. सांसद ने कहा कि आपातकाल में न तो कोई सार्वजनिक जीवन होता है और न ही छुट्टी, अधिकारियों को ये बात समझनी चाहिए.


बिहार में बाढ़ से अब तक 70 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. लगातार हो रही बारिश के चलते अब महामारी का भी खतरा मंडरा रहा है, लेकिन इन सब के बावजूद लगातार बाढ़ को लेकर सियासत जारी है. ताजा बयान में रामकृपाल यादव ने अफसरों पर लापरवाही करने का आरोप लगाया था. वहीं, सीएम नीतीश कुमार ने जहां मौसम विभाग पर ठीकरा फोड़ने की कोशिश की, तो विपक्ष और कुछ बीजेपी नेता सरकार की व्यवस्थाओं पर सवाल उठा रहे हैं. इन सब आरोपों-प्रत्यारोपों के बीच आम जनता को मुश्किल हालातों का सामना करना पड़ रहा है.


-- Saloni Shrivastava, News Desk