Bokaro News: सरकारी स्कूल में मिली शराब की बोलत, लोगों ने कहा-बर्दाश्त नहीं करेंगे
Bokaro News: स्थानीय लोगों का कहना है कि यहां पर पुलिस पेट्रोलिंग की मांग करेंगे, ताकि असामाजिक तत्वों का जमावड़ा न लगे. इस तरह का घटना ना हो. स्कूल के प्रभारी प्रिंसिपल डॉ. हरे कृष्णा ने बताया कि अगर इस तरह की घटना यहां असामाजिक तत्वों की तरफ से किया जा रहा है.
Bokaro News: झारखंड के बोकारो जिला में एक सरकारी स्कूल में शराब की बोलते मिलने का मामला सामने आया है. यहां पर शिक्षा के मंदिर पर नशेड़ियों की नज़र एक विद्यालय पर हो गई है. वहीं, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की तरफ से इसे स्कूल आफ एक्सीलेंस बनाया गया है, जहां अब 9वी से 12वीं तक अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई हो रही है.
बता दें कि बोकारो के चास के जोधाडीह मोड़ स्थित राम रूद्र +2 उच्च विद्यालय के ग्राउंड में शराब की बोतल और अन्य चीज मिला, जिसके कारण यहां लोगों में आक्रोश है. इस मौके पर लोगों ने कहा कि यह ग्राउंड में सुबह मॉर्निंग वॉक करते हैं बच्चे खेलते हैं. इस तरह का असामाजिक तत्वों के तरफ से शराब का बोतल फेंक देना काफी दुर्भाग्यपूर्ण है. स्कूल के ग्राउंड में इस तरह का हरकत हम लोग बर्दाश्त नहीं करेंगे. हम लोग इस को लेकर प्रशासन और स्कूल प्रबंधन से बात करेंगे.
स्थानीय लोगों का कहना है कि यहां पर पुलिस पेट्रोलिंग की मांग करेंगे, ताकि असामाजिक तत्वों का जमावड़ा न लगे. इस तरह का घटना ना हो. स्कूल के प्रभारी प्रिंसिपल डॉ. हरे कृष्णा ने बताया कि अगर इस तरह की घटना यहां असामाजिक तत्वों की तरफ से किया जा रहा है. इसके लिए हम कार्रवाई करेंगे और पुलिस पेट्रोलिंग की भी व्यवस्था करवाएंगे.
ये भी पढ़ें:नीतीश सरकार के कैबिनेट विस्तार पर शकील अहमद खान ने ये क्या बोल दिया
उन्होंने कहा कि यह काफी गंभीर बात है यह राम रूद्र स्कूल स्कूल आफ एक्सीलेंस अभी हाल ही में हुआ है जहां झारखंड के मुख्यमंत्री की तरफ से राज्य में कई स्कूलों को एक्सीलेंस ऑफ स्कूल किया गया था, जिसमें से एक बोकारो का यह राम रूद्र स्कूल भी है. यहां क्लास क्लास 9 से क्लास 12वीं तक अंग्रेजी स्कूल के तर्ज पर पढ़ाया जा रहा है और सीबीएसई से मान्यता है. ये इंग्लिश मीडियम स्कूल बनाया गया है ऐसे में सामाजिक तत्वों की तरफ से इस तरह शराब के बोतलों को स्कूल कैम्पस में फेंकना ठीक नहीं है.
उन्होंने कहा कि जब स्कूल परिसर के आसपास मादक द्रव्य या पदार्थ बेचना भी नहीं है. ऐसे में सामाजिक तत्वों की तरफ से इस तरह की करतूत को लेकर उच्च अधिकारियों को लिखा जाएगा और सुरक्षा की मांग की जाएगी.