पटनाः मुजफ्फरपुर में फैली इंसेफेलाइटिस (AES) से अब तक 25 बच्चों की मौत हो गई है. अब यह जिले में काफी खतरनाक साबित हो रहा है. वहीं, बिहार सरकार ने भी इस खतरनाक बीमारी पर चिंता जताई है और कहा है कि इस साल यह बीमारी फिर से बढ़ी है और यह जागरुकता की कमी की वजह से हुई है.


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सीएम नीतीश कुमार ने बताया कि मुजफ्फरपुर में फैली बीमारी जापानी इंसेफेलाइटिस नहीं है बल्कि यह दूसरी इंसेफेलाइटिस है. यह पहले भी मुजफ्फरपुर में हुआ था. इस पर सरकार ने काम करते हुए इसे कम किया था लेकिन इस साल फिर से जागरुकता की कमी के कारण ऐसा हो सकता है.



उन्होंने बताया कि, पहले इस बीमारी को लेकर बैठक की गई थी. जिसमें तीन तरह की बातें सामने आई थी. इसके लिए विदेशों तक भी बात की गई थी. जिसमें कहा गया था कि बच्चों को भुखे नहीं सोने देना चाहिए, उन्हें रात में निंबू पानी पिलाना चाहिए. 


नीतीश कुमार ने कहा कि एक मनतव्य यह भी आया था कि सुबह भुखे पेट में बच्चे रहते हैं और लीची जब गिरता और उसे खा लेते हैं तो यह बीमारी फैलती है. हालांकि, यह एक चीज इस बीमारी के लिए नहीं हो सकता है. और भी कई चीजें थी जिसे सरकार की तरफ से जारी किया गया था. लेकिन शायद यह ठीक से लोगों तक नहीं पहुंच पाया है. जिससे इस साल फिर चिंताजनक स्थिति है.


नीतीश कुमार ने कहा कि अब हम फिर से नए सिरे से इसपर काम कर रहे हैं. सभी सचिवों को इसके लिए निर्देश दिया गया है वह अपने स्तर पर हर संभव काम करेंगे. इसमें किसकी लापरवाही है उसे भी चिन्हिंत किया जाएगा.