पटना: बिहार की पांच विधानसभा सीटों और एक लोकसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर विपक्षी दलों के महागठबंधन में विवाद अब सतह पर आ गया है. आरजेडी और हम के बाद कांग्रेस ने भी आज उपचुनाव के मद्देनजर बड़ा फैसला किया है. 


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बिहार कांग्रेस इलेक्शन कमेटी की बैठक खत्म हो गई. पूरे तीन घंटों तक चली इस बैठक में कांग्रेस ने पांचों उपचुनाव सीट के लिए उम्मीदवारों की लिस्ट तैयार कर ली है. कांग्रेस ने बिहार की पांचों सीट पर उम्मीदवार उतारने का निर्णय लिया है. 



इतना ही उम्मीदवारों की लिस्ट भी आलाकमान के पास भेजी गई है और अब फैसला आलाकमान के हाथ में है कि क्या निर्णय लिया जाए. आपको बता दें कि नाथनगर विधानसभा सीट पर हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के प्रमुख जीतन राम मांझी ने जहां अजय राय को उम्मीदवार घोषित किया, वहीं आरजेडी ने भी इस सीट से अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है.  आरजेडी ने राबिया खातून को नाथनगर से अपना उम्मीदवार बनाया है, वहीं रामदेव यादव को बेलहर से टिकट दिया गया है. इन दोनों उम्मीदवारों को पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने पार्टी का सिंबल दे दिया है. 


इधर, आरजेडी के एक नेता ने कहा कि अभी दो और सीटों पर भी आरजेडी जल्द ही उम्मीदवार की घोषणा करेंगी. आरजेडी के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने बुधवार को कहा कि महागठबंधन सिर्फ जिद और अहम से नहीं चलता, बल्कि कर्तव्य निर्वाह भी करना पड़ता है. उन्होंने कहा कि माझी को बिना महागठबंधन के निर्णय के उम्मीदवार घोषित नहीं करना चाहिए था. हम के गठबंधन छोड़ देने के प्रश्न पर आरजेडी नेता ने कहा कि जिसे जहां जाना हो, जा सकता है. 


इधर, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हम प्रमुख जीतन राम माझी इस प्रकरण से खासे नाराज बताए जा रहे हैं. हम के प्रवक्ता दानिश रिजवान कहते हैं कि पार्टी ने नाथनगर से अजय राय को उम्मीदवार घोषित किया है. ऐसे में आरजेडी का उम्मीदवार घोषित करना सही नहीं. 


उन्होंने कहा, 'हमारे साथ धोखा हुआ है. भाजपा के इशारे पर महागठबंधन तोड़ने की कोशिश हो रही है. महागठबंधन तोड़ने वालों को जनता सबक सिखाएगी.' 


हम के सूत्रों का कहना है कि माझी बुधवार को कोई बड़ी घोषणा कर सकते हैं. गौरतलब है कि हम पहले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में शामिल था, बाद में विपक्षी दलों के महागठबंधन में शामिल हो गया. बिहार में पांच विधानसभा और एक लोकसभा सीट पर 21 अक्टूबर को उपचुनाव होने हैं.


अब देखने वाली बात ये होगी कि हम और आरजेडी के बाद कांग्रेस के इस फैसले पर क्या राजनीतिक प्रतिक्रियाएं आती है. (इनपुट IANS से भी)