Bihar Missing Drone: बिहार में सुशासन बाबू यानी नीतीश कुमार की पुलिस कितनी काबिल है, इसका अंदाजा सिर्फ इस बात से लगा सकते हैं कि 3 मई को लापता हुए ड्रोन का आजतक कोई सुराग हाथ नहीं लगा है. बिहार पुलिस ने रविवार (21 मई) को लापता ड्रोन को खोजने के सर्च ऑपरेशन चलाया. जिसमें पुलिस के 200 जवानों ने 8 घंटे तक पसीना बहाया लेकिन लापता ड्रोन के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली. इस सर्च ऑपरेशन में 3 ड्रोन्स की भी मदद ली गई थी. बता दें कि लापता ड्रोन की कीमत 60 लाख रुपये है और इसे शराब ढूंढने के लिए खरीदा गया था.


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लापता ड्रोन को पटना से ऑपरेट किया जाता था. 3 मई को यह ड्रोन छपरा के पास गायब हो गया था. ड्रोन को खोजने के लिए 21 मई की सुबह से ही छपरा के तेलपा और उसके आसपास के दियारा इलाके में उत्पाद विभाग की टीम ने खोजबीन की. करीब 10 किलोमीटर के एरिया में सर्च अभियान चलाया गया लेकिन ड्रोन नहीं मिला. 


उत्पाद विभाग की ओर से इस ड्रोन की खबर देने वालों के लिए 25,000 रुपये के इनाम की घोषणा भी की जा चुकी है. इसके बाद भी ड्रोन की कोई जानकारी नहीं मिल सकी है. अब इस ड्रोन को लेकर सरकार की किरकिरी हो रही है. विपक्ष इस मुद्दे पर सरकार पर हमलावर है. बीजेपी ने तंज कसते हुए कहा कि यह बिहार में बदहाल कानून व्यवस्था का आइना है. महागठबंधन सरकार में सब कुछ संभव नहीं है. 


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बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने कहा कि बिहार में लालू यादव की सरकार में पशुओं का चारा गायब हो गया था. महागठबंधन की सरकार में रेल इंजन, मोबाइल टावर और रेल की पटरियां पहले ही गायब हो चुकी हैं, अब ड्रोन भी गायब हो गया. शराबबंदी पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि सरकार में शामिल दलों के लोगों द्वारा खुलेआम शराब की बिक्री कराई जा रही है. ऐसे लोगों पर कार्रवाई के नाम पर बस दिखावा किया जा रहा है.