डिजिटल इंडिया भी नहीं कर पा रहा गरीबों के भविष्य पूंजी की सुरक्षा, 5 खातों से उड़ाए लाखों
खाताधारकों का कहना है कि जून माह के 13 तारीख से लेकर 25 तारीख के बीच यह सभी निकासी हुई हैं. इसकी शिकायत लोगों ने बैंक मैनेजर से की लेकिन अब तक इसका सकारात्मक जवाब नहीं मिल पाया है.
साहिबगंज : डिजिटल इंडिया के समय में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के नागरिकों को बैंक खाता खोलने के लिए प्रेरित कर रहे हैं. लेकिन जब बैंक खातों में ही डाका डाल दिया जाए. तो फिर आम आदमी क्या करें और अपनी मेहनत की कमाई को कहां सुरक्षित रखें. साहिबगंज में भारतीय स्टेट बैंक की मदन साही ब्रांच से कुछ ऐसा ही मामला सामने आया है. जिसमें गरीबों की कमाई को किसी ने लूट लिया.
13 तारीख से लेकर 25 तारीख के बीच यह सभी निकासी
पीड़ितों ने बताया कि उनके इस बारे में पता तक नहीं चला की कब हमारी मेहनत की कमाई को लूट लिया. जब पूरी हकीकत का पता चला तब तक देर हो चुकी थी. अब यह सभी पीड़ित बैंक के दरवाजे मत्था पटक रहे हैं . बैंक की ओर से भी इन लोगों को पूर्ण सहयोग नहीं मिल रहा है. सभी खाताधारकों का कहना है कि जून माह के 13 तारीख से लेकर 25 तारीख के बीच यह सभी निकासी हुई हैं. इसकी शिकायत लोगों ने बैंक मैनेजर से की लेकिन अब तक इसका सकारात्मक जवाब नहीं मिल पाया है. ऐसे में जो गरीब दो-दो पैसे जमा कर अपने भविष्य के लिए पूंजी तैयार करते हैं. वह अपने निकाले गए पैसे के लिए कहां जाएं और क्या करें.
ये बने शिकार
मदनसाही एसबीआई बैंक के खाताधारक गोपाल मंडल जिनके खाते से 70000 रुपये फर्जी तरीके से निकाल लिए गए. वहीं सतनारायण मंडल जिसके खाते से 12000 रुपये फर्जी तरीके से निकाले गए. सरिता देवी जिनके खाते से भी 14000 रुपये की निकासी की गई है. रीता देवी जिनकी खाते से 27000 रुपये निकासी हो गई और शांति देवी जिनके खाते से 4000 रुपये की निकासी की गई.
बैंककर्मी झाड़ रहे पल्ला
बहरहाल बैंक शिकायत को अपने वरीय अधिकारी तक पहुंचने की बात कहकर अपना पल्ला झाड़ रहे हैं. वही पीड़ित व्यक्ति अभी न्याय की आस में बैठे हुए हैं. अब देखना है कि कब तक इन खाताधारकों को न्याय मिलता है और उनकी कमाई के पैसे इनके खाते में वापस आती है या नहीं.
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