NEET Paper Leak Case: नीट पेपर लीक (NEET Paper Leak) में पटना एम्स से गिरफ्तार चारो छात्रों पर अब एम्स प्रशासन कार्रवाई करने के मूड में हैं. संस्थान के निदेशक सह सीईओ प्रो. डा. गोपाल कृष्ण पाल ने इसके संकेत दिए हैं. उन्होंने कहा कि अगर चारो छात्र दोषी पाए गए तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि हम इस निलंबन आदेश को तब तक स्थगित रख रहे हैं, जब तक हमें कोई लिखित दस्तावेज नहीं मिल जाता. उन्होंने बताया कि अभी तक सीबीआई कार्यालय से कोई लिखित दस्तावेज संस्थान को उपलब्ध नहीं कराया गया है. इस परिस्थिति में उनके निलंबन की बाबत कोई निर्णय लेना उचित नहीं होगा.


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एम्स डायरेक्टर ने कहा कि हमारी प्रशासनिक समिति की बैठक हुई और हमने इस मुद्दे पर चर्चा की और निर्णय लिया गया कि छात्रों को निलंबित किया जा सकता है, लेकिन यह फिर से कानूनी राय के अधीन है. उन्होंने आगे कहा कि जब सीबीआई का लिखित जवाब आएगा कि उनके पास चार छात्र न्यायिक हिरासत में हैं, तो हम कुछ समय तक इंतजार करेंगे. उन्होंने कहा कि सीबीआई द्वारा पुख्ता साक्ष्य उपलब्ध कराने के बाद दोबारा विशेष बैठक बुलाकर छात्रों के निलंबन पर निर्णय लिया जाएगा.


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बता दें कि नीट पेपर लीक मामले में सीबीआई ने पटना एम्स से चार सॉल्वर छात्र चंदन कुमार,राहुल कुमार,करण जैन और कुमार शानू को गिरफ्तार किया है. इसके अलावा रांची रिम्स से भी एक छात्रा गिरफ्तार की गई है. सीबीआई को शक है कि कुल 10 मेडिकल स्टूडेंट्स से पेपर हल करवाए गए थे. रांची RIMS से गिरफ्तार MBBS की छात्रा ने अब बड़ा खुलासा किया है. उसने बताया कि प्रश्न पत्र साल्व करने के लिए 10 लाख रुपये का ऑफर दिया गया था. उसके मुताबिक, ऑफर ठुकराने पर उसे पेपर सॉल्व करवाने के लिए बंदूक की नोक पर रख धमकाया गया था. हालांकि, सीबीआई इसे बहाना मान रही है.