भीम आर्मी नेता की हत्या के बाद शवयात्रा में बवाल, दुकानों सहित कई जगहों पर तोड़फोड़, माहौल तनावपूर्ण
बिहार में अपराधियों के हौसले इन दिनों बुलंद हैं. प्रदेश में अपराध की घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं. फिरौती, रंगदारी, अपहरण और हत्या जैसे मामलों में जिस अनुपात में वृद्धि हुई है इसके बाद से लोगों को लगने लगा है कि प्रदेश में जंगलराज पार्ट 2 की वापसी हो गई है.
Bhim Army leader murder: बिहार में अपराधियों के हौसले इन दिनों बुलंद हैं. प्रदेश में अपराध की घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं. फिरौती, रंगदारी, अपहरण और हत्या जैसे मामलों में जिस अनुपात में वृद्धि हुई है इसके बाद से लोगों को लगने लगा है कि प्रदेश में जंगलराज पार्ट 2 की वापसी हो गई है. आपको बता दें कि बिहार में अब अपराधियों के निशाने पर आम जन हीं नहीं बल्कि राजनीतिक लोग भी आ गए हैं. वैशाली जिले के लालगंज थाना क्षेत्र में भी अपराधियों ने भीम आर्मी के जिला संरक्षक और रालोजपा दलित सेना के राष्ट्रीय सचिव राकेश पासवान की हत्या कर दी.
राकेश पासवान की हत्या के बाद से ही इलाके में तनाव व्याप्त है. वहीं खबरों की मानें तो राकेश पासवान की शवयात्रा के दौरान उनके समर्थकों ने भी जमकर बवाल काटा है. इस दौरान मृत नेता राकेश पासवान के समर्थकों ने लालगंज बाजार में दुकानों के साथ कई कार्यालयों में जमकर तोड़फोड़ की. राकेश के समर्थक उत्पात मचाते हुए गांधी चौक की तरफ बढ़ गए. सभी आक्रोशित लोग जो बवाल काट रहे थे उन्होंने हाथ में भीम आर्मी का झंडा थाम रखा था.
बता दें कि राकेश पासवान की शवयात्रा में हजारों की संख्या में समर्थकों का हुजूम उमड़ा था. इस दौरान राकेश पासवान के समर्थक लालगंज थाने में भी घूसने की कोशिश कर रहे थे, पुलिस को ऐसे में कई राउंड गोली हवाई फायरिंग करनी पड़ी. इसके बाद आक्रोशित लोगों ने कई दुकानों को आग के हवाले कर दिया और साथ ही पुलिस की गाड़ियों सहित कई गाड़ियों में तोड़फोड़ की. अभी भी वहां स्थिति तनावपुूर्ण है स्थानीय लोग अपने घरों में कैद हैं और इलाके में जमकर तोड़फोड़ और उत्पात जारी है.
इस दौरान राकेश पासवान केशव के अंतिम संस्कार में केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री पशुपति कुमार पारस भी नजर आए उन्होंने फूल चढ़ाकर श्रद्धांजलि दी. राकेश पासवान को गुरुवार को अपराधियों ने गोलियों से छलनी कर दिया था जिसके बाद उनकी मौत हो गई. चिराग पासवान भी नीतीश कुमार पर इस हत्याकांड के बाद से ही लगातार जुबानी हमला बोल रहे हैं. बता दें राकेश पासवान के समर्थक इस हत्या की खबर से इतने उग्र हो गए हैं कि वह उनके शव को बिना पोस्टमार्टम के ही घर ले आए थे.