Air Pollution in Begusarai: बेगूसराय में बढ़ा वायु प्रदूषण, 350 के पार पहुंच गया AQI
Air Pollution in Begusarai: बेगूसराय में हवा अत्यधिक प्रदूषित हो गई है. हवा के प्रदूषित होने से पर्यावरण संरक्षण के लिए काम करने वालों में भी नाराजगी है. लगातार बेगूसराय का एयर क्वालिटी इंडेक्स खतरे के निशान से ऊपर तक बढ़ा हुआ है.
बेगूसराय: Air Pollution in Begusarai: बेगूसराय की हवा इन दिनों नोएडा से भी ज्यादा प्रदूषित हो गई है. लगातार बेगूसराय का एयर क्वालिटी इंडेक्स साढ़े 3 सौ से ज्यादा हो रहा है. बुधवार को तो एयर क्वालिटी इंडेक्स 368 तक पहुंच गया था. बेगूसराय में कई छोटे-बड़े कल कारखाने हैं, वहीं सड़कों पर दौड़ रहे बेतहाशा वाहनों के निकलते धुंए से प्रदूषण बढ़ने की आशंका है. खोदावंदपुर कृषि केंद्र के मौसम वैज्ञानिक डॉ. विपिन कुमार की मानें तो बेगूसराय में कल कारखाने के साथ-साथ वाहनों से निकलने वाले धुएं, किसानों के द्वारा जलाए जा रहे पराली और घरों में कोयले और लकड़ी पर खाना बनाने से निकलने वाले धुआं की वजह से लगातार हवा खराब हो रही है.
बेगूसराय की जनता में नाराजगी
इसका नतीजा है कि बेगूसराय में हवा अत्यधिक प्रदूषित हो गई है. हवा के प्रदूषित होने से पर्यावरण संरक्षण के लिए काम करने वालों में भी नाराजगी है. लगातार बेगूसराय का एयर क्वालिटी इंडेक्स खतरे के निशान से ऊपर तक बढ़ा हुआ है, इसके बावजूद जिला प्रशासन के द्वारा प्रदूषण के रोकथाम के लिए किसी तरह के कार्य नहीं किए जा रहे हैं. जबकि जरूरत इस बात की है प्रदूषण को कम करने के लिए एक ठोस उपाय और जन जागरूकता चलाने की आवश्यकता है.
लोगों में भी नहीं है जागरूकता
हालांकि प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के रीजनल ऑफिस के प्रभारी सुरेश प्रसाद राय ने ऑफ कैमरा बताया कि पंजाब में पराली जलने के बाद उठे धुआं जो हवा के साथ बंगाल की खाड़ी तक जाएगी इसी वजह से बेगूसराय में आनंदपुर में लगे मशीन में एयर क्वालिटी इंडेक्स लगातार बढ़ा दिख रहा है जबकि ऐसी स्थिति बेगूसराय में नहीं है. लेकिन बेगूसराय में जिस तरीके से प्रदूषण बढ़ा हुआ है और लोग इसको लेकर जागरूक नहीं हैं वह आने वाले समय के लिए खतरे की निशान जरूर है. सड़कों पर कचरों में आग लगाकर छोड़ दिया जा रहा है बाइक ऑटो के साइलेंसर से तेज धुआ निकल रहा है इससे प्रदूषण कम होने के बजाय बढ़ जा रहा है ऐसे में लोगों को जागरूक होने के साथ-साथ प्रशासन को भी प्रदूषण कम करने के लिए जागरूकता के साथ-साथ पेड़ पौधे लगाने पर बल देना होगा.