मधुबनीः रहिका थाना क्षेत्र में दलित युवक को एक समुदाय के द्वारा हाथ पैर बांध कर पिटाई करने के मामले में मधुबनी पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. मधुबनी पुलिस ने मामला दर्ज करते ही त्वरित कार्रवाई करते हुए पांच मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. 


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वायरल हो रहा था वीडियो
सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा था. जिसमें एक युवक को हाथ पैर बांध कर कुछ लोगो के द्वारा बेहरमी से पिटाई किया जा रहा है. इस मामले में सोशल मीडिया पर पीड़ित युवक को पानी के जगह पेशाब पिलाने वाली बात भी चल रही है. इन सभी बातों पर से भी मधुबनी पुलिस अधीक्षक सुशील कुमार ने पर्दा उठा दिया है. 


ये है मामला
जानकारी के मुताबिक, 17 अगस्त को रामप्रकाश पासवान अपने बुआ के घर मधुबनी से लौट रहा था. इसी क्रम में मधुबनी के रहिका थानाक्षेत्र के इजरा गांव के पास कुछ लोगों ने चोरी के आरोप में रामप्रकाश को दबोच लिया. इसके बाद उसे कमरे में बंद कर जमकर पीटा गया. पानी मांगने पर उसे गंदा पिला दिया. बाद में उसके ऊपर एक लड़की को भी अगवा करने का आरोप लगाया गया. हालांकि, पूरी रात पिटाई करने के बाद उससे सादे कागज पर बयान लिखवा कर छोड़ दिया गया. इसमें रामप्रकाश से लिखवाया गया कि वह चोरी के आरोप में पकड़ा गया है और गलती मानने के बाद उसे सही सलामत छोड़ दिया गया है.


पीड़ित ने नहीं दर्ज कराया मामला
सुशील कुमार ने कहा है कि पीड़ित व्यक्ति के द्वारा इस प्रकार का कोई भी मामला नही दर्ज कराया गया है. सिर्फ मार पीट करने की बात सामने आयी है . बाकी सब एक साजिश के तहत अफ़वाह फैलाया जा रहा है. एसपी ने कहा मारपीट का वीडियो खंगाला जा रहा है और चिन्हित सभी आरोपी की गिरफ्तारी की जाएगी.


पुलिस कर रही छापेमारी
बहरहाल फरार चिह्नित आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की लागातार छापेमारी जारी है.मामले को लेकर दो गुटों में तनाव है. अब सवाल उठता है कि लोगों को कथित चोरी का आरोप लगाकर इस तरह से कमरे में बंद कर हाथ पैर बांधकर बेरहमी से पीटने का अधिकार किसने दिया.