Dhanbad: धनबाद के भूली के रहने वाले युवा किसान रवि निषाद अपने इलाके पिछले 15 सालों से फलों और सब्जियों की खेती कर रहें है. एग्री रिसर्च सेंटर ,जय धरती मां फाउंडेशन लगातार कृषि के क्षेत्र में काम कर रहें हैं. रवि पर्यावरण संरक्षण और कृषि के क्षेत्र में विकास रवि का मुख्य उद्देश्य है. रवि ने अपने रिसर्च स्थान पर जापान के लाखों रुपए में बिकने वाले आम के पौधे लगाए हैं. इस आम का नाम मियाजाकी है. जापान के शहर के नाम से इस आम का नाम है. अंतर्राष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत ढाई से तीन लाख रुपए प्रति किलो है.  


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

रवि निषाद ने बताया कि हमने बंगाल के रहने वाले एक मित्र के माध्यम से आम की इस प्रजाति को यहां लाया है. रवि ने कहा कि धनबाद के वैसे किसान जिन्होंने जमीन रहते हुए खेती छोड़ दी है, उन्हें फिर से खेती में वापस लाना ही हमारा मुख्य उद्देश्य है. पिछले दो सालों से रिसर्च चल रहा है. अब मियाजाकी के पेड़ में आम के फल लगने शुरू हो गए हैं. आम पकने के बाद बेहतर जानकारी के लिए इसे रिसर्च लैब में भेजा जाएगा. 


यह भी पढ़ें:लाखों के वोट जाति वालों को मुफ्त में क्यों दे रहे हैं?, प्रशांत किशोर का बड़ा बयान


एग्री रिसर्च सेंटर के रंजीत कुमार ने बताया कि यहां सेव,अंजीर और चीकू कई तरह के फल लगाए गए हैं. जापान के आम मियाजाकी को धनबाद की धरती पर लाकर टेस्ट किया जा रहा है. इसके बेहतर परिणाम देखने को अब मिल रहे हैं. 


यह भी पढ़ें:Reservation: नीतीश सरकार ने हाईकोर्ट के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में दी चुनौती, जानिए आरक्षण का पूरा मामला


बहरहाल, कोयलांचल की काली धरती पर विदेशी आम देखने के लिए तो मिल ही रहें हैं, अगर यह पूरी तरह से सफल होते हैं तो धनबाद के लोग भी इस लखटकिया आम का सेवन कर सकेंगे. 


रिपोर्ट: नितेश मिश्रा