Tomato Price: टमाटर के दाम बढ़ने से रसोई का बजट बिगड़ा, लोगों ने खाना छोड़ा
Tomato Price: हर घर खाने मे सब्जी के साथ टमाटर आता हैं. सब्जी में टमाटर के इस्तेमाल से उसका जायका बढ़ जाता है. टमाटर की चटनी या फिर टमाटर की सालाद सभी लोग बड़े ही चाव से खाते हैं. परन्तु अब आम आदमी की थाली से टमाटर गायब हो गया है.
पलामू: Tomato Price: हर घर खाने मे सब्जी के साथ टमाटर आता हैं. सब्जी में टमाटर के इस्तेमाल से उसका जायका बढ़ जाता है. टमाटर की चटनी या फिर टमाटर की सालाद सभी लोग बड़े ही चाव से खाते हैं. परन्तु अब आम आदमी की थाली से टमाटर गायब हो गया है. पहले जहां लोग बाजार से ज्यादा मात्रा में टमाटर लाया करते थे, वहीं कभी कभी ही लोगों को टमाटर का दर्शन हो पाता है. पलामू जिले में मेदिनीनगर शहर के सब्जी विक्रेता बताते हैं कि पहले वो टमाटर की बहुत सारी पेटी थोक भाव में कम दर मे खरीद कर लाते थे और 5 रुपये से 15 रुपये तक बेचा करते थे. गरीब से गरीब परिवार भी भारी मात्रा मे टमाटर खरीद कर ले जाते थे.
अब जबसे टमाटर का दाम 80 रुपये से 100 रुपये हुए हैं टमाटर की बिक्री कम हो गई है. जहां लोग 4 से 5 किलो टमाटर खाने के लिए ले जाते थे. आज वही लोग पाव भर टमाटर खरीद रहे हैं. कितने लोगों ने तो टमाटर खाना ही छोड़ दिया है. वहीं सब्जी खरीदने आई महिलाओं का कहना हैं कि पहले 2 से 4 किलो तक टमाटर खरीद कर ले जाते थे. पर जबसे टमाटर का दाम बढ़ा हैं तब से बहुत ही कम ले जाते हैं. वही कई लोगों ने बताया कि जब घर में टमाटर लाने की बात होती है तो खरीदना बहुत मुश्किल हो जाता है. कभी कभी टमाटर की जगह पर इमली, आमड़ा और आम डालकर सब्जी बनाते है.
इतना ही नहीं बाकी सब्जी भी अब धीरे धीरे महगाई की ओर बढ़ रही हैं. सब्जी खरीदने में अब लोगों की जेब ढीली हो जाती है. गरीब आदमी तो पैसे के अभाव में सब्जी खा ही नहीं पा रहा है. ऐसे ये कहना सही होगी की इन दिनों सब्जी की रानी टमाटर बनी हुई हैं जो गरीब परिवार क़े लोगो को तो दर्शन दुर्लभ हैं और मिडिल क्लास क़े लोगों को बड़ी मुश्किल से ही दर्शन हो पता हैं.