जामताड़ा: आसनसोल रेल मंडल के जामताड़ा से सटे कालाझरिया गांव के पास बुधवार 28 फरवरी को शाम तक बिलकुल सामान्य था. बाजास में चहल पहले देखने को मिल रही था. ट्रेन से सफर करने कई यात्री जामताड़ा स्टेशन पर अपने गंतव्य स्थान पर जाने के लिए इंतजार कर रहे थे. स्टेशन पर आने जाने वालों की भीड़ लगी हुई थी. इस बीच एक ऐसी खबर सामने आती है. जो सबके रोंगटे खड़े कर देता है.दरअसल शाम 6:40 बजे भागलपुर-यशवंतपुर ट्रेन (Bhagalpur-Yesvantpur Train) में पहले आग लगने की अफवाह फैलती है फिर किसी यात्री ने ट्रेन की जंजीर खींच दी और पूरे ट्रेन में अफरातफरी का माहौल बन गया. पहले आग लगने की खबर और फिर अचानक से ट्रेन रुकना ऐसे में सवार यात्रियों की भीड़ ट्रेन से रॉन्ग साइड में कूदने लगी. ऐसे में दूसरे ट्रैक पर आसनसोल से जसीडीह की ओर से जा रही ईएमयू पैंसेजर ट्रेन की चपेट में कई यात्री आ गए.


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अब ऐसे में सवाल उठता है कि यह हादसा हुआ कैसे जिसमें कई लोगों की जान चली गई और कई लोग इस हादसे में घायल हो गए. प्रारंभ‍क जानकारी में ये बताया जा रहा है कि बंगलुरू- यशवंतपुर एक्सप्रेस डाउन लाइन में गुजर रही थी. इसी बीच लाइन के किनारे डाले गए गिट्टी का डस्ट उड़ रहा था, लेकिन डस्ट को उड़ता देख ट्रेन के चालक को लगा कि ट्रेन में आग लग गई है और इससे धुंआ निकल रहा है. इस कारण ट्रेन के चालक ने अचानक से ट्रेन को रोक दिया. ट्रेन जैसे ही रुकी यात्री भी ट्रेन से उतर गए. इसी बीच अप लाइन में जा रही ईएमयू ट्रेन की चपेट में कई यात्री आ गए. जिससे कई मौत हो गई है.


वहीं घटना की सूचना मिलते ही मौके पर अफरातफरी का माहौल बन गया. हजारों संख्या में स्थानीय लोगों की भीड़ घटनास्थल पर जुट गई. जिसके स्थानीय लोगों की मदद से करमाटांड़ा, जामताड़ा सदर और आरपीएफ की टीम ने इस घाटना में मारे गए लोगों को शवों की तलाश शुरू की. तकरीबन घंटेभर बाद पटरियों पर दो शव क्षतविक्षत अवस्था मिली. पुलिस ने दोनों शवों को अपने लंकर एंबुलेंस की मदद से जामताड़ा भेजा.


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