पटना: नमामि गंगे योजना के तहत राजधानी पटना में दीघा और कंकड़बाग में एसटीपी (STP) यानि सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट बनने की योजना साफ हो गई है. सोमवार को इसको लेकर बुडको, नेशनल मिशन फॉर क्लीन गंगा यानि एनएमसीजी (NMCG) और सीवरेज प्लांट बनाने वाली कंपनी टेक वागा में समझौता हुआ है.


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दीघा एसटीपी पर 824 करोड़ जबकि कंकड़बाग एसटीपी पर 578.89 करोड़ रुपए खर्च होंगे. इस मौके पर नगर विकास विभाग के सचिव आनंद किशोर, बुडको के एमडी चंद्रशेखर सिंह, एनएमसीजी के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर अशोक कुमार मौजद रहे.


बुडको के एमडी चंद्रशेखर सिंह ने उम्मीद जताई कि जब ये योजना पूरी हो जाएगी तो, पटना में सीवरेज की समस्या दूर हो जाएगी और गंगा भी साफ और स्वच्छ होगी.


बता दें कि बिहार में नमामि गंगे के तहत पटना में कुल ग्यारह एसटीपी योजनाओं पर काम चल रहा है. इसे छह जोन में बांटा गया है. दीघा, बेउर, सैदपुर, कंकड़बाग, पहाड़ी और करमलीचक. 


नेशनल मिशन फॉर क्लीन गंगा के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर अशोक कुमार के मुताबिक, छह जोन में बांटी गई इस योजना पर 3594.59 करोड़ रुपए खर्च होंगे. इस योजना के तहत 1160 किलोमीटर सीवरेज नेटवर्क का निर्माण होना है. 


गौरतलब है कि दीघा सीवरेज योजना का नेटवर्क 303 किलोमीटर होगा. इस पर 824 करोड़ रुपए खर्च होंगे. इस सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 100 एमएलडी होगी. इसी तरह कंकड़बाग सीवरेज योजना का नेटवर्क 150 किलोमीटर होगा.


इस सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 50 एमएलडी होगी. इस पर 578.89 करोड़ रुपए खर्च होंगे. इन योजनाओं के तहत 99 हजार 108 घरों को सीवर कनेक्शन दिया जाएगा.