गया: बिहार के गया जिले के मोहनपुर थाना क्षेत्र में एक नाबालिग के साथ सामूहिक दुष्कर्म किए जाने के बाद जब उसकी मां न्याय मांगने पंचायत में पहुंची तो पीड़िता को ही दोषी करार कर उसके सिर के बाल मुंड़वाकर उसे गांव में घुमाया गया. इस मामले के प्रकाश में आने के बाद पुलिस ने तुगलकी फरमान सुनाने वाले पंचायत समिति के चार सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है.


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शेरघाटी के डीएसपी ने घटनास्थल का मुआयना किया. पुलिस ने घटनास्थल पर से वारदात के सुबूत उठाए. इस मामले में अनुसंधान कर पांच लोगों को आरोपी भी बनाया गया है. आपको बता दें 14 अगस्त की शाम मोहनपुर थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली 15 वर्षीय लड़की अपने घर से बाहर निकली थी कि एक चार पहिया वाहन पर सवार लोगों ने उसे अपने वाहन में बैठा लिया और उसे वहां से कही लेकर चले गए.


 



आरोप है कि इन सभी छह लोगों ने लड़की के साथ दुष्कर्म किया और उसके बाद वे उसे पंचायत भवन की छत पर छोड़कर भाग गए. पीड़िता ने महिला थाने में रविवार को प्राथमिकी दर्ज कराई और आरोप लगाया कि घटना के बाद पीड़िता बेहोश हो गई थी और दूसरे दिन किसी ने पीड़िता को देखा और उसकी सूचना उसके घर वालों को दी. पीड़िता ने एक आरोपी की पहचान कर ली है.


वहीं, इस मामले को लेकर सियासत शुरू हो गई है. बिहार में मुख्य विपक्षी पार्टी आरजेडी ने इसे राज्य सरकार की लापरवाही बताया है. पार्टी नेता और विधायक भाई वीरेंद्र ने कहा है कि पूरी घटना के लिए राज्य सरकार और इसकी मशीनरी जिम्मेदार है. उन्होंने कहा है कि, 'जिस पुलिसिंग और कानून-व्यवस्था की बात बिहार में हो रही है, उस वक्त पुलिस कहां थी.जब पंचायत के फैसले के बाद पीड़ित को शर्मसार किया गया. जिसे न्याय मिलना चाहिए था उसे ही दोषी मान लिया गया.' भाई वीरेंद्र ने कहा, 'मैं नीतीश कुमार से इशारों-इशारों में इस्तीफे की मांग कर चुका हूं. उनसे बिहार संभल नहीं रहा है.' बिहार सरकार में मंत्री नीरज कुमार ने कहा कि पुलिस घटना की जांच कर रही है, इसलिए ज्यादा कुछ नहीं कहा जा सकता है.