कैमूरः बिहार के शराबबंदी पर जीतन राम मांझी द्वारा सवाल उठाए जाने और उपेंद्र कुशवाहा द्वारा शराबबंदी उतना सफल नहीं बताने के सवाल पूछे जाने पर कैमूर पहुंचे बिहार सरकार के श्रम संसाधन मंत्री सुरेंद्र राम ने कहा कि शराबबंदी से हमारे गांव मोहल्ले में जो शांति दिखती है. उससे समझ में आता है कि शराबबंदी पूरे बिहार में सफल है. 


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'हम शराबबंदी को सफल मानते हैं'  
उन्होंने कहा कि पहले शराब पीकर के लोग आते थे, घरवालों से मारपीट करते थे. कमाई का सारा पैसा शराब में उड़ा देते थे, लेकिन आज वह स्थिति नहीं है. आज लोग आते हैं खुशहाली से जिंदगी बिताते हैं, इसलिए शराबबंदी हम मानते हैं कि सफल है. कौन क्या बोलता है, इसके बारे में हम नहीं जानते हैं.


'शराबबंदी के बाद खुशहाली और शांति'
बिहार सरकार के मंत्री सुरेंद्र राम ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि हमारा घर दलित मोहल्ले में है. अपने मोहल्ले की स्थिति को देखते हैं कि शराबबंदी से पहले जिस तरह से लोग शराब पीकर धुत रहते थे, घर में पीकर आने के बाद घर परिवार के साथ मारपीट करते थे, आज वह स्थिति नहीं है. आज हम अपने गांव में यह देखते हैं कि लोग शराब पीकर नहीं आते हैं. घर में शांति से बाल बच्चों के साथ मिलजुल कर रहते हैं, जो कमाई का हिस्सा होता है, वह परिवार में खर्च करते हैं. 
शराब को लेकर के जो लोग अफवाह फैला रहे हैं. वह गलत फैला रहे हैं. पार्टी में कौन क्या बोलता है मैं यह नहीं जानता. हम अपने घर और गांव से बोलते हैं कि जिस तरह शराबबंदी से पहले जो मेरे गांव का माहौल था, उसका उल्टा अब शराब बंदी के बाद खुशहाली और शांति है, तो हम जानते हैं कि शराबबंदी पूर्ण तरह सक्सेज है. 
(इनपुट-मुकुल जयसवाल)


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