Kaimur News: सरकार करोड़ों रुपए खर्च कर सड़क बनाती है. वह चाहती है कि लोगों को परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े, लेकिन हैरानी की बात तब होती है जब सड़क निर्माण में लगी कंपनी अधिकारियों को मिलाकर जैसे-तैसे काम कर चली जाती है. उस निर्माण के दौरान सड़क का मॉनिटरिंग करने वाले विभाग के एसडीओ को ही निर्माण कार्य का एस्टीमेट पता नहीं रहता है. इसका नतीजा होता है कि महज 10 दिनों के अंदर ही सड़क टूटना शुरू हो चुकी है.


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दरअसल, पूरा मामला कैमूर जिले के कुदरा प्रखंड क्षेत्र का है. जहां लालपुर से गजराढी को जोड़ने के लिए ग्रामीण कार्य विभाग मोहनिया से सड़क का निर्माण कराया गया. बनने के 10 दिन के अंदर ही सड़क जगह-जगह उखड़ने लगी. सड़क बनाने में इतना खराब मटेरियल डाला गया की पैर से कूरेदने पर सड़क उखड़ने लगा. संवेदक की तरफ से कहीं भी कार्य स्थल पर बोर्ड भी नहीं लगाया गया है, जिससे ग्रामीणों में काफी नाराजगी है. 


स्थानीय निवासी यह रोड को बने अभी 10 दिन भी नहीं हुआ है. यह सड़क अब जगह-जगह यह उखड़ गई है. गुणवत्ता विहीन बनाए जाने के कारण यह टूटना शुरू हो चुका है. अगर बारिश हुआ तो सड़क ही गए खत्म हो जाएगी. स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि पैसे का बंदर बाट हुआ है, जिस कारण सड़क उखाड़ना शुरू हो गया. हम लोग चाहते हैं कि सड़क को दोबारा बनाया जाय, जिससे कि लोगों को सहूलियत मिल जाए.


वहीं, इस मामले में जब विभाग के एसडीओ से इसके बारे में बात किया गया तो उन्हें निर्माण हो चुके सड़क का एस्टीमेट तक पता नहीं है. जब गुणवत्ता विहीन सड़क निर्माण की बातें पूछी गई, तो उन्होंने इससे इनकार कर दिया. 


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ग्रामीण कार्य विभाग के सहायक अभियंता विपिन पाल ने बताया कि 600 मीटर नया और 1200 मी एक्जिस्टिंग बनाना था. एक्जिस्टिंग बन गया है उसमें दिक्कत नहीं है. 600 मी जो नया बना है उसमें नया काम हुआ है उसमें भारी वाहन के चलते कहीं दब गया है. उसको रिपेयर कर लिया जाएगा. फिलहाल एस्टीमेट नहीं पता है कि कितने का है. कहीं भी चूक नहीं हुआ है उसको रिपेयर कराया जाएगा. इसमें किसी का लापरवाही नहीं है.


रिपोर्ट: नरेंद्र जयसवाल