पटना: Bihar Teachers Posting: बिहार लोक सेवा आयोग की तरफ से आयोजित शिक्षक भर्ती परीक्षा में 1 लाख 20 हजार से ज्यादा अभ्यर्थी पास हुए हैं और अब उनके लिए स्कूलों का आवंटन हो गया है. इस स्कूल आवंटन प्रक्रिया को लेकर बता दें कि यह पूरी तरह से ऑनलाइन थी और इसमें भी गड़बड़ी की खबरें मिल रही है. स्कूल के आवंटन के साथ नवनियुक्त शिक्षकों को जिस विद्यालय को अलॉट किया गया था वह अपने विद्यालय में योगदान कर रहे हैं इस सब के बीच जो हड़कंप मचा है उसकी वजह जानकर आप भी चौंक जाएंगे. 


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दरअसल बिहार शिक्षा विभाग की तरफ से इस बार शिक्षकों के लिए स्कूल आवंटन की जो ऑनलाइन पद्धति अपनाई गई उसकी वीडियो रिकॉर्डिंग की भी व्यवस्था थी इसके बाद भी पोस्टिंग में गड़बड़ी की शिकायत मिली है. जिसके बाद से बिहार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव एक्शन मोड में आ गए हैं. 


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दरअसल पोस्टिंग को लेकर गड़बड़ी के बारे में देखें तो बेगूसराय में जहां 1177 शिक्षकों को पोस्टिंग दी गई है वहीं सॉफ्टवेयर के जरिए मुजफ्फरपुर में पोस्टिंग पाने वाले नवनियुक्त शिक्षकों की संख्या 3265 है. ऐसे में इन गड़बड़ियों की शिकायत के बाद केके पाठक ने इसका संज्ञान लिया है. 


केके पाठक की तरफ से इसको लेकर कहा गया है कि जहां भी इस तरह की गड़बड़ी की शिकायत मिल रही है वहां के अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी. ऐसे में जो जानकारी निकलकर आ रही है उसकी मानें तो इस मामले में सिवान, सारण और समस्तीपुर के अधिकारियों को शो कॉज नोटिस जारी भी किया गया है. इसको लेकर समस्तीपुर के डीओ और डीपीओ को नोटिस भेजकर इस पर जवाब मांगा गया है. यहां को लेकर आरोप है कि यहां एक ही स्कूल में 41 शिक्षकों की पोस्टिंग कर दी गई है. हालांकि यह एक गड़बड़ी नहीं थी यहां के कई और स्कूलों में या तो एक डैश कोड के ही कई शिक्षक एक ही स्कूल में पोस्टिंग कर दिए गए या फिर स्कूलों की रिक्ती संख्या से कई गुणा ज्यादा शिक्षकों को स्कूल में योगदान के लिए अंकित कर दिया गया. 


अब केके पाठक एक्शन में आए हैं तो हड़कंप मच गया है. उन्होंने ऐसी गड़बड़ी वाले जिले को अधिकारियों को शो कॉज नोटिस जारी कर सिर्फ चार घंटे के भीतर जवाब मांगना शुरू कर दिया है. केके पाठक की मानें तो अगर अधिकारियों की जवाब से विभाग संतुष्ट नहीं हुआ तो शीघ्र ऐसे अधिकारियों पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी.