पटना: बिहार में फर्जी तरीके से शिक्षकों की बहाली का बड़ा खुलासा हुआ है. इसके बारे में बताया जा रहा है कि एक ही सीटेट नंबर से बिहार के बिहार के पांच जिलों में अलग-अलग शिक्षकों के नौकरी कर रहे थे. जिसके बाद इन शिक्षकों की नौकरी जाना लगभग तय माना जा रहा है. बताया जा रहा है कि सीटेट नंबर 230309272 पर भागलपुर में अरुण राय, सीतामढ़ी में कुमारी अनुराधा, नालंदा के मोसिमपुर चंडी में शिक्षक परमानंद कुमार सिंह कटिहार में जमा नाज और बेगूसराय में सदानंद सालों से नौकरी करते आ रहे हैं.


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ये गड़बड़ी तब सामने आई जब नालंदा में सक्षमता परीक्षा के लिए प्रवेश पत्र जारी करने के दौरान शिक्षकों के कागजातों की हुई जांच की गई. गड़बड़ी सामने के आने के बाद माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने भागलपुर, अररिया, मुंगेर, कटिहार, बांका व जमुई समेत 22 जिलों में ऐसे मामलो के जांच करने का निर्देश दिया है. बता दें कि पिछले दिनों सक्षमता परीक्षा के लिए आवेदन मांगे गए थे. इस दौरान जब कागजों की जांच की गई तो नालंदा में कुल 71 शिक्षकों की भर्ती एक ही सीटेट प्रमाणपत्र नंबर पर भागलपुर समेत पांच जिलों में हुई है. इसके बाद इन सभी शिक्षकों की सूची बनाकर माध्यमिक शिक्षा निदेशालय को भेज दिया गया है.


मिली जानकारी के अनुसार इन 71 शिक्षकों को सक्षमता परीक्षा में शामिल होने से रोकने के लिए उनका एडमिट कार्ड नहीं जारी किया गया है. इधर, डीपीओ स्थापना देवनारायण पंडित ने बताया कि जिस शिक्षक के बारे में जानकारी आई थी विभागीय निर्देश पर उनके अलावा अन्य शिक्षकों के कागजात की भी जांच की जा रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि इस सबों के अलावे भी अन्य शिक्षक भी कहीं फर्जी दस्तावेज पर कार्यरत तो नहीं हैं.


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