पटनाः बिहार महागठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर फैसला अंतिम दौर पर चल रहा है. कांग्रेस के द्वारा कहा गया है कि रविवार को महागठबंधन के सीट शेयरिंग की घोषणा कर दी जाएगी. हालांकि सीटों पर दलों की उम्मीदवारी को लेकर ऐलान शायद नहीं किया जा सकता है. वहीं, सीट शेयरिंग के फैसले की घोषणा होने से पहले जीतनराम मांझी की पार्टी हम ने आज संसदीय बोर्ड की बैठक बुलाई है. माना जा रहा है कि बैठक में पार्टी के द्वारा अहम फैसला लिया जा सकता है.


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दरअसल, महागठबंधन के सहयोगी दल हम के नेता और कार्यकर्ता नाराज हैं. वहीं, जीतनराम मांझी भी शायद महागठबंधन के अन्य दलों से नाराज हैं. क्यों कि सीट शेयरिंग को लेकर जीतनराम मांझी के दावे असफल होते जा रहे हैं. ऐसे में उनके पार्टी के नेता काफी नाराज हैं.


हम पार्टी के नेताओं का कहना है कि महागठबंधन में सबसे पहले हम पार्टी ने समर्थन दिया. वहीं, सभी दलों को एक साथ लाने की कवायद भी हम पार्टी के द्वारा सबसे अधिक की गई. जिसके बाद भी उनकी पार्टी को महागठबंधन में नकारा जा रहा है.


इससे पहले जीतनराम मांझी सीट शेयरिंग को लेकर साफ किया था कि उन्हें सम्मानजनक सीट चाहिए. उन्होंने यह भी कहा था कि उन्हें आरजेडी और कांग्रेस से कम और आरएलएसपी पार्टी से अधिक सीट चाहिए. क्योंकि उनकी पार्टी आरजेडी और कांग्रेस के बाद महागठबंधन में सबसे बड़ी पार्टी है. लेकिन उनके दावों को महागठबंधन में नकारे जानें की बात सामने आई है.


माना जा रहा है कि महागठबंधन में मांझी की पार्टी को केवल दो सीट दी जा रही है. वहीं, आरएलएसपी को 5 सीट दिए जानें की चर्चा है. दिल्ली में महागठबंधन के नेताओं की अहम बैठक हुई लेकिन इस बैठक के तुरंत बाद कहा गया कि मांझी नाराज होकर वापस पटना चले आए. जिसके बाद शनिवार को संसदीय बोर्ड की बैठक आयोजित की गई. ऐसे में संसदीय बोर्ड की बैठक में पार्टी अहम फैसला ले सकती है. जिससे शायद महागठबंधन का समीकरण भी बदल सकता है. या फिर मांझी अपने नेताओं को मनाने में कामयाब भी हो सकते हैं.