Jharkhand Health Department: झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार का दावा है कि प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं में अमूलचूल परिवर्तन करके काफी बेहतर किया गया हैं. हालांकि सरकार के दावा लातेहर के सरकारी अस्पताल में दम तोड़ रहा है. लातेहार में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के कारण पूरी व्यवस्था चरमराई हुई है. इससे मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. लातेहार के सरकारी अस्पताल में सुविधाओं का काफी टोंटा देखने को मिला. सरकार की ओर से अस्पताल को संसाधन उपलब्ध कराए गए हैं, लेकिन अस्पताल प्रशासन की लापरवाही के कारण जनता को उनका लाभ नहीं मिल रहा है. 


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लातेहार के हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में मौजूद अल्ट्रासाउंड मशीन सिर्फ देखने के लिए है. मरीजों को इसका फायदा नहीं मिल रहा है. अस्पताल के डॉक्टर अभी भी बाहर से अल्ट्रासाउंड कराने को लिख रहे हैं. जिससे ग्रामीण इलाकों की गर्भवती महिलाओं को काफी दिक्कत हो रही है. दूरदराज से आने वाले मरीजों की जांच नहीं हो पा रही है. इतना ही नहीं कई उप स्वास्थ्य केंद्रों में ताला लगा रहता, जिस कारण मरीज की इलाज कराए वापस जाना पड़ता है.


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इस मामले में उप स्वास्थ्य केंद्र के संचालिका ने कहा कि डॉक्टर के नहीं आने के कारण मरीजों का इलाज नहीं हो पा रहा है. डॉक्टर आएंगे तो मरीजों का इलाज हो पाएगा. वहीं लातेहार हॉस्पिटल के उपाधीक्षक डॉक्टर अरविंद कुमार ने बताया कि मरीजों के इलाज में अल्ट्रासाउंड और अन्य जांच में टेक्नीशियन की कमी के कारण जांच संभव नहीं हो पा रही है. इसको लेकर सरकार को पत्र लिखा गया है. मार्गदर्शन मिलते ही संसाधन को दुरुस्त कराने की कवायद की जाएगी. 


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इस मामले में नगर पंचायत के उपाध्यक्ष नवीन कुमार सिन्हा ने बताया कि सरकार के द्वारा हॉस्पिटल में अल्ट्रासाउंड तो दी गई, लेकिन इसका उपयोग नहीं होता है. जिस कारण मरीजों को काफी परेशानी हो रही है. इसको लेकर कई बार विभाग को भी पत्र लिखा. लातेहार जिला प्रशासन ने इस पर कोई सार्थक पहल नहीं किया है.


रिपोर्ट- संजीव कुमार गिरि