पटना: प्रदूषण को लेकर पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड ने बड़ा फैसला लिया है. बिहार में चलने वाले होटलों, रेस्टोरेंट, धर्मशालाओं को अब पीसीबी से एनओसी लेना होगा. पीसीबी की ओर से इसके लिए सभी को नोटिस भी भेजा जा रहा है. जो होटल, रेस्टोरेंट नियम का पालन नहीं करेंगे उन पर कार्रवाई की जाएगी.


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दरअसल, बिहार में पॉल्यूशन कंट्रोल एक बड़ी चुनौती बनी हुई है. हॉस्पिटल, नर्सिंग होम्स, लैब्स के बाद अब होटल इंडस्ट्री को पॉल्यूशन कंट्रोल के दायरे में लाने की तैयारी शुरु हो चुकी है. पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड ने इस संदर्भ में होटल, रेस्टोरेंट, बैंक्वेट हॉल और धर्मशाला व्यवसाय से जुडे व्यवसाईयों को नोटिस भी जारी किया है. दरअसल, बिहार में ज्यादातर होटल, रेस्टोरेंट पॉल्यूशन कंट्रोल का ध्यान नहीं रख रहे.


होटल से निकलने वाले सूखे और गीले कचरे यूं ही फेंक दिए जाते हैं. बता दें कि होटल, रेस्टोरेंट के कचरा प्रबंधन के लिए पहले से कानून का प्रावधान है, लेकिन व्यवसाई इसे फॉलो नहीं करते हैं. ऐसे में पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड ने सभी होटल, रेस्टोरेंट, बैंक्वेट हॉल और धर्मशाला को पॉल्यूशन कंट्रोल के दायरे में लाने का फैसला लिया है.


पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष पी के घोष कहते हैं कि प्रदूषण कंट्रोल को लेकर बोर्ड की तरफ से लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. पहले हमने हास्पिटल नर्सिंग होम्स को पीसीबी के दायरे में लाया है. काफी हद तक मेडिकल संस्थानों ने पीसीबी से एनओसी ले लिया है. अब हम लोग होटल इंडस्ट्री को भी पीसीबी के दायरे में लाने की कोशिश कर रहे हैं. कई होटल रेस्टोरेंट व्यवसाय से जुडे लोगों को नोटिस भी भेजा गया है. एनजीटी ने भी नियम का पालने नहीं करने वालों पर फाईन लगाने की इजाजत दे दी है.


वैसे पटना के ज्यादातर होटल रेस्टोरेंट व्यवसाय से जुडे लोग पीसीबी के फैसले से अंजान हैं. पटना में एक कैफे शॉप चलाने वाले रोहित कहते हैं कि उन्हें अबतक किसी भी तरह की नोटिस पीसीबी की तरफ से नहीं मिली है. अगर नोटिस मिलती है तो वो पीसीबी के नॉर्मस का पालन करेंगे. वैसे अभी नगर निगम की तरफ से डोर टू डोर कचरा प्रबंधन की जो व्यवस्था की गई है, वो उसको फॉलो कर रहे हैं.


पूरे बिहार में अब तक केवल 20 होटल, रेस्टोरेंट ने ही पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड से एनओसी लिया है. जबकि पूरे बिहार में कितने होटल रेस्टूरेंट हैं ये खुद पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड को भी नहीं मालूम. वैसे पीसीबी की ओर से पटना के 200 होटल, रेस्टोरेंट व्यवसाईयों को पहले चरण में नोटिस भेजा गया है. अगर नोटिस के बाद भी एनओसी नहीं लिया गया तो ऐसे संस्थानों पर फाईन किए जाएंगे.


गौरतलब है कि पटना में वायु के साथ साथ जल प्रदूषण भी एक बड़ी समस्या बनती जा रही है. जिससे निजात पाना पीसीबी के लिए बडी चुनौती बन चुकी है.