पटना: सुशांत सिंह राजपूत के कथित आत्महत्या के मामले की जांच करने गए आईपीएस विनय तिवारी का क्वारंटाइन आखिरकार बीएमसी ने खत्म कर दिया है. खुद विनय तिवारी ने इस बात की पुष्टि की है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

दरअसल, बिहार पुलिस मुख्यालय ने विनय तिवारी के क्वारंटाइन को खत्म करने के लिए बीएमसी को पत्र भेजा था जिसे बीएमसी ने मान लिया है. आपको बता दें कि 2 अगस्त को विनय तिवारी सुशांत मामले की जांच के लिए मुंबई गए थे लेकिन 11 बजे रात में उन्हें क्वारंटाइन कर दिया गया था. 


तब से विनय तिवारी क्वारंटाइन में ही थे. वहीं, इस मसले पर बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने ट्वीट किया है. उन्होंने कहा है कि माननीय सर्वोच्च न्यायालय की टिप्पणी के बाद बिहार के पुलिस मुख्यालय ने बीएमसी के आयुक्त को दुबारा पत्र लिखकर अपने आईपीएस अधिकारी विनय तिवारी को मुक्त करने के लिए कल अनुरोध किया था जिसे स्वीकार करते हुए विनय को मुक्त किया गया है. वो आज शाम को पटना लौट रहे हैं. बीएमसी का धन्यवाद.


उल्लेखनीय है कि सुशांत का शव 14 जून को मुंबई स्थित उनके फ्लैट से बरामद किया गया था. इसके बाद मुंबई पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी. इस बीच 25 जुलाई को सुशांत के पिता के.के. सिंह ने पटना के राजीवनगर थाने में एक मामला दर्ज करवाया, जिसमें सुशांत की दोस्त रिया चक्रवर्ती सहित छह को आरोपी बनाया गया. 


इस मामले की जांच के लिए पटना पुलिस की चार सदस्यीय टीम मुंबई भेजी गई. इसके बाद आईपीएस अधिकारी विनय तिवारी को भी भेजा गया. चार सदस्यीय टीम गुरुवार को पटना वापस आ गई, लेकिन आईपीएस अधिकारी अभी भी मुंबई में क्वारंटीन किए गए थे.