Bokaro: ''उड़े देश का हर नागरिक' परियोजना के तहत देश के छोटे शहरों को हवाई कनेक्टिविटी से जोड़ने की तैयारी लंबे समय से की जा रही है. बोकारो हवाई अड्डे की भी तैयारी इसी योजना के तहत की जा रही है. बोकारो हवाई अड्डे से साल 2024 से पहले लोग उड़ान भर सकेंगे, जिसके लिए ओएलएक्स का अंतिम सर्वे चल रहा है. 


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चल रहा है अंतिम सर्वे


ओएलएक्स सर्वे में रनवे की लंबाई सहित पेड़ों की ऊंचाई, आसपास के टावर की ऊंचाई सहित अन्य सुरक्षा मानकों को भी देखा जाता है. जिसके तहत इस सर्वे को डायरेक्टर जनरल ऑफ सिविल एवियशन को भेजा जाता है. जिसके बाद ही एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के सुरक्षा पदाधिकारी और सिविल एवियशन की टीम हवाई अड्डे के तमाम मानकों का निरीक्षण करने के लिए पहुंचेंगे. 


बोकारो हवाई अड्डे में करीब 1700 पेड़ को भी काटे जाने हैं. इसके साथ साथ अन्य मानकों को भी ध्यान में रखा जाना है. बोकारो हवाई अड्डे के आसपास कई बूचड़खाना है, जहां पंछियों का भी विचरण होते रहता है ऐसे में इन तमाम सुरक्षा मानकों को भी ध्यान में रखने के बाद ही हवाई उड़ान होनी है. ऐसी संभावना जताई जा रही है कि 2024 से पहले कई छोटे-छोटे हवाई अड्डों का उद्घाटन होना है. उसी के तहत बोकारो हवाई अड्डे का भी उद्घाटन होने की संभावना जताई जा रही है.


मौके पर एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के अधिकारी के साथ-साथ बोकारो के भाजपा विधायक विरींची नारायण भी मौजूद रहे. अधिकारी ने कहा कि 22 दिसंबर तक निरीक्षण चलेगा. वहीं,  बोकारो विधायक ने कहा कि बहुत जल्द ही बोकारो से लोग उड़ान भर पाएंगे इसके लिए उड्डयन मंत्री ज्योतिराज सिंधिया से भी बातचीत हुई है.