जमशेदपुर: झारखंड के जमशेदपुर में झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद संघ और कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय संघ के कर्मचारी शनिवार को धरने पर बैठ गए. झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद संघ और कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय संघ ने अपनी तीन सूत्री मांगों को लेकर जिला शिक्षा परियोजना कार्यालय के समक्ष एक दिवसीय सांकेतिक धरना दिया और अपनी मांगें रखी. इस संबंध में जानकारी देते हुए झारखंड शिक्षा परियोजना संघ के प्रदेश अध्यक्ष राजीव शरण ने बताया कि हम लोग आज जिला शिक्षा परियोजना कार्यालय में एक दिवसीय धरने पर बैठे हैं. हमारी मुख्य मांगों में वेतनमान, पेंशन, ईपीएफ और मेडिकल भत्ता में 50 प्रतिशत की वृद्धि के साथ समान काम के लिए समान वेतन लागू करना और 10 वर्षों से अधिक सेवा देने वाले कर्मचारियों का सीधा समायोजन शामिल है.


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उन्होंने कहा कि उनकी नियुक्ति अनुबंध के आधार पर हुई थी. उन्हें आश्वासन दिया गया था कि जैसे-जैसे उनकी सेवा बढ़ेगी, उनका नियमितीकरण और सरकारी देयकों का भुगतान किया जाएगा. लेकिन 10 वर्षों से अधिक सेवा देने के बाद भी उन्हें न तो समान काम के लिए समान वेतन दिया जा रहा है और न ही सरकारी सुविधाएं दी जा रही हैं.


उन्होंने कहा कि इसी को लेकर आज सांकेतिक धरना दिया जा रहा है, अगर सरकार उनकी मांगें नहीं मानती है तो 7 और 8 अक्टूबर को रांची में धरना दिया जाएगा. उसके बाद भी अगर सरकार उनकी मांगों पर विचार नहीं करती है तो दुर्गा पूजा के बाद पूरे राज्य के कर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे. उन्होंने बताया कि राज्य में झारखंड शिक्षा परियोजना से जुड़े 3000 अनुबंधित शिक्षक हैं, जबकि पूर्वी सिंहभूम जिले में 150 से अधिक कर्मी अपनी सेवाएं दे रहे हैं.


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बता दें कि जून माह में झारखंड सरकार ने 65 हजार पारा शिक्षकों समेत विभिन्न विभागों के सभी अनुबंध कर्मियों को ईपीएफ का लाभ देने के लिए एक उच्चस्तरीय कमेटी गठित की है. कमेटी की अनुशंसा के आधार पर इस संबंध में निर्णय लिया जाएगा. वित्त विभाग ने झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद को इसकी जानकारी दे दी है. इससे पहले परिषद ने मुख्य सचिव की अध्यक्षता वाली राज्य कार्यकारिणी समिति के समक्ष समग्र शिक्षा अभियान के तहत कार्यरत पारा शिक्षकों के साथ-साथ परिषद के अधीन कार्यरत बीआरसी, सीआरपी व अन्य अनुबंध कर्मियों को भी ईपीएफ का लाभ देने का प्रस्ताव रखा था. इतनी चर्चा के बाद भी अब तक अनुबंध कर्मियों को कोई लाभ नहीं मिल पाया है. इसके लिए अब कर्मचारियों ने दुर्गा पूजा के बाद अनिश्चितकालीन धरना देने का निर्णय लिया है.


इनपुट- आईएएनएस


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