जमशेदपुर : Jharkhand News : जमशेदपुर साकची थाने की पुलिस दलित युवक कार्तिक मुखी को मोटरसाइकिल चेकिंग के नाम पर थाने में लाकर पीटा. जिससे उसका ऑपरेशन का टांका खुल गया. उसकी आंतें बाहर आ गई हैं. इस तस्वीर को जिसने भी देखा वह परेशान हो गया. तस्वीरें विचलित करनेवाली है. 


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बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सरकार पर साधा निशाना 
वहीं इस मामले पर भारतीय जनता पार्टी के विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने ट्वीट करते हुए झारखंड की हेमंत सरकार को आदिवासी दलित विरोधी सरकार होने का आरोप लगाया, उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से कहा कि तनिक भी शर्म है तो पुलिस वालों को जेल भेजिए लेकिन आप से यह उम्मीद नहीं है. देश में दलितों की चिंता और हित की बात करने वालों से मैं अपील करता हूं कि वे आगे आयें और इस घटना का संज्ञान लें. ताकि फिर कोई पुलिसकर्मी हेमंत जी के जंगल राज में ऐसी घटना को अंजाम देने की बात सपने में भी नहीं सोचे. 



जमशेदपुर के साकची थाने में नरवा कॉलोनी के रहने वाले कृष्णामुखी की संदिग्ध परिस्थितियों में आंतें बाहर आ गई हैं. परिजनों ने पुलिस पर कृष्णामुखी को मारपीट करने का आरोप लगाया है. कृष्णा मुखी थाने में बाहर बैठकर पुलिस पर कार्रवाई की मांग कर रहा है. बाहर परिजन और उनके समर्थक हंगामा कर रहे हैं. 


परिवार का आरोप जुर्माना नहीं किया, सीधे मार-पीट शुरू कर दी 


इस पूरे मामले को लेकर बिरसा सेना के दिनकर कच्छप के नेतृत्व में लोगों ने साकची थाने के सामने धरना दिया. लोग पुलिस पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. मामले की जांच की मांग की जा रही है. कृष्णामुखी की मां ममता मुखी ने बताया कि उनका बेटा कार्तिक मुखी साकची घूमने और शॉपिंग करने आया था. कार्तिक मुखी भीम सेना का है, तभी देर रात पुलिस ने कार्तिक मुखी को बिना हेलमेट बाइक चलाने के आरोप में पकड़ लिया. कार्तिक मुखी को साकची थाने लाया गया, ममता मुखी का कहना है कि अगर उनके बेटे ने हेलमेट नहीं लगाया था तो उस पर जुर्माना किया जाना चाहिए था, लेकिन पुलिस ने उसे उठा लिया. थाने में लाकर उसके साथ मारपीट की गई. थाने में उसे लाकर पटक दिया गया और लात घूंसे मारे गए. उसके पेट में भी लात मारी गई. 


कार्तिक के साथ मारपीट की आवाज सुनकर उसका छोटा भाई आया तो पुलिस वालों ने उसे भी पीटा 
कार्तिक के साथ हो रही मारपीट की आवाज सुनकर उसका छोटा भाई कृष्णामुखी उसे देखने गया तो पुलिसकर्मियों ने उसके साथ भी मारपीट की. कृष्णामुखी की दोनों किडनी फेल है, उसके पेट में लात पड़ने पर उसकी आंत बाहर आ गई. कृष्णामुखी ने घटना की जानकारी परिजनों को देनी चाही तो पुलिसकर्मियों ने उसका मोबाइल छीन लिया.  घटना की जानकारी मिलने के बाद बुधवार को परिजन साकची पहुंचे और थाने के सामने प्रदर्शन शुरू कर दिया. बाद में थाना प्रभारी साकची थाना पहुंचे तो बिना हेलमेट पकड़े गए युवक कार्तिक मुखी को थाने से छोड़ दिया गया, लेकिन कार्तिक मुखी का कहना है कि जब तक सिटी एसपी नहीं आएंगे वह यहां से नहीं जाएगा. 


बिरसा सेना के दिनकर कच्छप का आरोप है कि जमशेदपुर में पुलिस आदिवासी और दलित लोगों के खिलाफ अत्याचार कर रही है. बिरसानगर में भी इसी तरह एक दलित के साथ मारपीट की गई थी. अब साकची थाने में भी मारपीट की गई. यह लोग पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग पर अड़े हुए हैं. 
(REPORT- ASHISH KR. TIWARY)


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