आशुतोष चंद्रा/पटनाः राम मंदिर के मुद्दे पर पीएम मोदी की राय पर सियासी बवाल मचा हुआ है. आरएसएस के बाद बीजेपी नेताओं ने भी राम मंदिर के मसले पर पीएम मोदी को फिर से विचार करने की सलाह दी है. लेकिन जेडीयू ने मामले पर बडा बयान दे दिया है. पार्टी के प्रवक्ता अजय आलोक ने कहा है कि जब पीएम मोदी का बयान राम मंदिर के मसले पर आ चुका है तो ऐसे में किसी और के बयान का कोई मतलब नहीं.


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राम मंदिर का मुद्दा बीजेपी के लिए संकट का मुद्दा बनता जा रहा है. पीएम ने भी मंदिर पर न्यायालय के फैसले को सर्वमान्य बताया है. लेकिन आरएसएस और बीजेपी इस फैसले से संतुष्ट नहीं दिख रही. आरएसएस के बाद बीजेपी सांसद डाक्टर सीपी ठाकुर ने भी पीएम से मंदिर मुद्दे पर फिर से विचार करने की अपील की है.


इधर, जेडीयू ने आरएसएस और बीजेपी नेताओं के बयान को खारिज कर दिया है. पार्टी के प्रवक्ता अजय आलोक ने कहा है कि मंदिर मसले पर जब पीएम का बयान आ चुका है उसके बाद किसी के भी बयान की कोई एहमियत नहीं, अजय आलोक ने कहा है कि मंदिर मुद्दे पर पीएम का बयान सही है. न्यायालय के फैसले के बाद मंदिर निर्माण पर फैसला होना चाहिए.


इधर आरजेडी ने मंदिर के मसले पर बीजेपी आरएसएस के बीच मचे घमासान पर हमला बोला है. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रामचन्द्र पूर्वे ने कहा है कि मंदिर के मसले पर राजनीति नहीं होनी चाहिए. बीजेपी आरएसएस मंदिर के मसले पर राजनीति करती रही है. मंदिर का निर्माण सर्वसम्मति से न्यायालय के फैसले के बाद ही होना चाहिए. लेकिन मंदिर के नाम पर आरएसएस बीजेपी खून की राजनीति करती रही है.


मंदिर मुद्दे पर अपने ही लोगों के हाथों घिरी बीजेपी को बीच का रास्ता नजर नहीं आ रहा है. पार्टी के प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल भी कहते हैं कि मंदिर का मुद्दा सबका लिए चिंता का विषय है. हम भी चाहते हैं कि कोर्ट मामले पर जल्द फैसला ले. इसे चुनाव से जोडकर देखना सही नहीं है.