पटना: जम्मू-कश्मीर को लेकर आज बड़ा निर्णय लिया गया है और जम्मू कश्मीर और लद्दाख भारत का एक केंद्र शासित प्रदेश बन गया है. आज अमित शाह ने राज्य सभा में जम्मू-कश्मीर राज्य पुनर्गठन विधेयक 2019 पेश किया है. 
इस मुद्दे को लेकर अब बिहार में अब नेताओं की प्रतिक्रिया आ रही है. जेडीयू ने पहले ही अपना रूख साफ कर दिया था कि वो अनुच्छेद 370 पर केंद्र सरकार का साथ नहीं देगी. 


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जेडीयू के केसी त्यागी ने कहा है कि हमारे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जेपी नारायण, राम मनोहर लोहिया और जॉर्ज फर्नांडिस की विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं. इसलिए हमारी पार्टी इस बिल का सपोर्ट नहीं करेगी. जॉर्ज फर्नांडिस ने भी यही फैसला लिया था.


साथ ही केसी त्यागी ने ये भी कहा मुख्यमंत्री और जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार इस मुद्दे पर जो संदेश देंगे उसको हम मानेंगे. हम अभी भी यही कहेंगे कि सरकार के 370 पर लिए गए फ़ैसले के हम ख़िलाफ़ हैं उसके साथ नहीं हैं


 



हमारी सोच इस मसले पर अलग है. हमारा मानना है कि धारा 370 खत्म नहीं होना चाहिए.वहीं, जीतन राम मांझी ने कहा है कि आज का दिन भारत के लिए काला दिन है. मोदी सरकार देश की एकता और अखंडता से खेल रही है और सरकार को इस बिल पर पुनर्विचार करने की जरूरत है. मांझी ने नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि नीतीश कुमार इस मामले पर अपना स्टैंड साफ़ करें. हम सब मिलकर इस तुगलकी फ़ैसले का विरोध करेंगें.


 



वहीं, बीजेपी एमएलसी संजय पासवान ने कहा है कि आर्टिकल 35A और 370 पर जेडीयू का अपना स्टैंड है. तीन तलाक पर भी उनका रूख साफ था. संजय पासवान ने सरकार के फैसले की तारीफ की.