Ranchi: झारखंड में कोरोना (Corona) संक्रमण अब तेजी से पांव पसार रहा है. इसी बीच में परिवहन विभाग (Transport Department) ने संक्रमण से बचने के लिए गाइडलाइंस जारी की थी. लेकिन उन गाइडलाइंस की धज्जियां उड़ रही है. परिवहन विभाग द्वारा गाइडलाइंस के अनुसार सिटी बस, टेम्पू, ई-रिक्शा समेत सभी जगहों पर रोजाना जो यात्री सफर करते हैं, उन सभी को सैनिटाइज करके सोशल डिसटेंसिंग (Social Distancing) के साथ मास्क पहन कर बैठना है. लेकिन परिवहन विभाग  के आदेशों का खुलेआम पालन नहीं किया जा रहा है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

दरअसल, ना तो परिवाहन को सैनिटाइज किया जा रहा है और ना ही सोशल डिसटेंसिंग का पालन किया जा रहा है. साथ हीं, नियम को अनदेखा कर यात्री भर-भर कर सफर कर रहे है.  वहीं, जब बस चालक से पूछा गया तो उनका कहना है हम लोगों ने कई बार यात्रियों को मास्क लगाकर बैठने को कहते है लेकिन कोई नियमों का पालन नहीं करता हैं. उनका कहना है कि उन्हें अपनी भी तो सुरक्षा देखनी होती है और निगम चाहता है कि हम परिवहन की सफाई और सैनिटाइज कराए. लेकिन हमलोग यह सब कहां से करेंगे. 


ये भी पढ़ें- Jharkhand: RIMS में होगी Corona के नए स्ट्रेन की जांच, आएंगी सीक्वेंसर मशीन


बता दें कि झारखंड में भी कोविड की नई स्ट्रेन सामने आ गई है. नए स्ट्रेन के सामने आने के बाद झारखंड की हेमंत सोरेन  (Hemant Soren) सरकार ने भी तैयारी शुरू कर दी है. नेशनल हेल्थ मिशन (National Health Mission) की ओर से रिम्स (RIMS) के माइक्रोबायोलॉजी विभाग (Microbiology Department) को 15 दिनों में सीक्वेंसर मशीन (Sequencer machine) उपलब्ध कराई जाएगी.


जानकारी के अनुसार, मौजूदा समय में झारखंड में पुराने स्ट्रेन के आधार पर ही दवाएं दी जाती है और उसी के आधार पर वैक्सीन दिया जाता है. नए मशीन से जांच करने से यह भी पता चल सकेंगा कि झारखंड में कोरोना के नए स्ट्रेन (New strain) ने दस्तक दी है या नहीं.


(इनपुट- अभिषेक भगत)